सोफा, पलंग के साथ टोंटी तक लेकर भाग निकले तेजस्वी यादव ! भाजपा के आरोप से बिहार की सियासत में खलबली
तेजस्वी यादव पर सरकारी बंगले से सोफा और पलंग गायब होने का आरोप लगा है. अगस्त 2022 में उप मुख्यमंत्री बनने के बाद तेजस्वी यादव को 5 देशरत्न मार्ग का बंगला आवंटित किया गया था. अब तेजस्वी यादव ने 5 देशरत्न मार्ग का बंगला खाली कर दिया है. बंगला खाली करते ही ऐसी खबरें आई कि वहां से पलंग, सोफा, एसी आदि साम्रगी गायब है. सोफा और पलंग गायब होने की खबर आते ही तेजस्वी यादव के खिलाफ एनडीए ने मोर्चा खोल दिया है.
भाजपा के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने कहा कि इस तेजस्वी यादव सरकारी बंगला खाली करते समय यहां के सामान अपने साथ ले गए हैं. बंगला के कर्मचारियों ने ही बताया है कि यहां से की हाइड्रोलिक बेड, एसी, पंखा, लाइट, फाउनटेन का लाइट, बेडमिन्टन कोर्ट का कारपेट सहित वाशबेसिन की टोंटी तक गायब है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव कि परवरिश जिस तरह हुई है उसमें उनके द्वारा सरकारी सम्पत्ति को लूटना कोई आश्चर्य नहीं है. यह बेहद गंभीर मामला है और बिहार की जनता यह देख रही है. उनका काम लूटने का रहा है. उन्होंने कहा कि वे आरोप नहीं लगा रहे बल्कि यहां के कर्मचारियों ने ही पूरा ब्यौरा दिया है कि कौन कौन से सामान गायब हैं.
दरअसल, उप मुख्यमंत्री के लिए पटना के 5-देशरत्न मार्ग का बंगला आवंटित है. इस बंगले में अब तक तेजस्वी यादव रह रहे थे जो पिछली महागठबंधन सरकार में उप मुख्यमंत्री थे. अब यह बंगला उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को आवंटित किया गया है. सम्राट चौधरी विजय दशमी के दिन 5 देशरत्न मार्ग वाले बंगले में रहने जाएंगे. इसे लेकर उनके द्वारा तैयारी शुरू कर दी गई. इसी क्रम में बंगला को देखने पहुंचे भाजपा नेताओं ने कथित दावे में कहा कि यहां से पलंग, सोफा, एसी आदि सामान गायब है.
अपशकुनी है बंगला : उप मुख्यमंत्री के लिए अब तक 5-देशरत्न मार्ग का बंगला ‘अपशकुनी’साबित हुआ है. अब तक जो भी उप मुख्यमंत्री रहे हैं उनका कार्यकाल पूरा नहीं हो पाया है. वर्ष 2015 तेजस्वी यादव पहली बार उप मुख्यमंत्री बने और इसी बंगले में रहे. लेकिन जुलाई 2017 नीतीश कुमार ने राजद से गठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बना ली तो तेजस्वी की कुर्सी छिन गई. तेजस्वी के बाद 5-देशरत्न मार्ग का यह सरकारी आवास सुशील कुमार मोदी को अलॉट हुआ. लेकिन कुछ महीने बाद ही भाजपा ने सुशील मोदी को बिहार की राजनीति से दूर कर दिया. उन्हें नीतीश सरकार में उप मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया. सुशील कुमार मोदी को बाद में भाजपा ने राज्यसभा सदस्य बना दिया. वहीं 2020 में बिहार में एनडीए सरकार बनने पर भाजपा ने तारकिशोर प्रसाद को उप मुख्यमंत्री बनाया. तब 5-देशरत्न मार्ग बंगला में तारकिशोर को आवंटित किया गया. अचानक से अगस्त 2022 में नीतीश कुमार ने नाटकीय घटनाक्रम में एनडीए से अलग होने का फैसला किया. फिर से यह बंगला उप मुख्यमंत्री बने तेजस्वी को आवंटित हुआ लेकिन नीतीश कुमार ने फिर से जनवरी 2024 में एनडीए संग सरकार बना ली. इससे तेजस्वी की कुर्सी छिन गई. अब इसी बंगले में सम्राट चौधरी रहने आ रहे हैं.
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