आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. इसके लिए एक सप्ताह पहले 16 जनवरी से ही विशेष अनुष्ठान की शुरुआत हो गई है. आज इसका दूसरा दिन है. इस बीच रामलाल की वह विशेष पालकी भी नजर आई है जिसमें बैठाकर चारों भाइयों को नगर भ्रमण कराया जाएगा.
लकड़ी से बनी यह पालकी बल्कि बेहद खास है. इसमें राम चारों भाइयों का नगर भ्रमण तो होगा ही, साथ ही हर साल यह परिक्रमा के लिए भी इस्तेमाल होगी. जानते हैं इस पालकी की खासियत.
महज चार दिनों में तैयार की गई पालकी
इस पालकी के संबंध में एक पड़ताल की है. इसे बनाने वाले शरद बताते हैं कि महज चार दिनों में इस पालकी का निर्माण पूरा किया गया है. इसे जबरदस्त नक्कासियों से सजाया गया है जिस पर सनातनी चिह्न उकेरे गए हैं. लकड़ी से बनी इस पालकी को सोने के रंग से रंगा गया है. आखिर क्यों न रंगा जाए? इस पर रामलाल को सवारी जो करनी है.
इसी पालकी पर बैठ मंदिर जाएंगे रामलला
शरद बताते हैं कि फिलहाल मंदिर निर्माण से पहले जो रामलला टेंट में विराजमान हैं, उन्हीं को इस पालकी पर बैठाकर भाइयों सहित नगर भ्रमण कराया जाएगा. इसी पालकी पर बैठाकर प्रभु राम को नए मंदिर में ले जाया जाएगा. इसीलिए विशेष तौर पर पालकी को तैयार किया गया है. इसे बनाने के लिए खास लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है और यह बेहद मजबूत है.
शरद कहते हैं कि रामलाल की सवारी के बाद यह पालकी और भी खास हो जाएगी. हर साल जब रामलला का नगर भ्रमण होगा तब इसी पालकी के जरिए उनकी सवारी होगी. इसे बनकर तैयार हो रहे भव्य राम मंदिर में ही रखा जाएगा.
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में PM नरेंद्र मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित करीब सभी केंद्रीय मंत्री और देश भर के दिग्गज लोग शामिल होंगे. इसके लिए पूरी अयोध्यानगरी को सजाया जा रहा है. सरयू तट से लेकर राम मंदिर तक भव्य सजावट की जा रही है. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में लगभग आठ हजार लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.