172 पन्नों की ‘काली डायरी’ में जेल अधीक्षक-भू माफिया-सिपाही के भ्रष्ट कारनामों का पूरा हिसाब-किताब, बेऊर जेल सुप्रीटेंडेंट के ठिकानों पर मिली है करोड़ों की संपति, जान लीजिए.
बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार के पूरे खेल का खुलासा हो गया है। जेल से जबरन अवैध उगाही की जा रही थी। जेल में अवैध उगाही का काम एक कक्षपाल के कंधों पर था। कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार जेल अधीक्षक विधु कुमार का सबसे करीबी है। भ्रष्टाचार के इस खेल में कक्षपाल की भी हिस्सेदारी थी। आर्थिक अपराध इकाई ने जब कक्षपाल के कमरे की तलाशी ली तो पूरी पोल पट्टी खुल गई है। कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार के कमरे से काला प्लास्टिक कवर किया हुआ स्पाइरल डायरी जो 172 पेज का है,वो मिला है। डायरी में करोड़ों के अवैध लेनदेन का हिसाब किताब है।
आर्थिक अपराध इकाई ने बताया है कि बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार कैदियों का उत्पीड़न कराकर पैसे की उगाही कर रहे थे। दबंग बंदियों को अनुचित सुविधा देने के नाम पर मोटी रकम की वसूली की जा रही थी। विधु कुमार इसके पहले जहां भी रहे, वहां अवैध रूप से उगाही कर धन अर्जन किया । इस कार्य में इनके परिवार के कई सदस्य मित्र के अलावा एक कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार शामिल है ।
आर्थिक अपराध इकाई ने बताया है की विधु कुमार ने सेवा काल में विभिन्न स्रोतों से काफी धन अर्जन कर पटना मोतिहारी एवं अन्य स्थानों पर मां पिता पत्नी एवं स्वयं के नाम पर कई अचल संपत्ति खरीदी है। साथ ही अपनी मां एवं पत्नी के नाम पर विभिन्न शेल कंपनी बनाकर अकूत संपत्ति बनाई है, जिससे मनी लांड्रिंग कर काले धन को सफेद बनाया जाए, धन शोधन के इस कार्य में इसके मित्र नीरज सिंह एवं CA कमल मसकरा की अहम भूमिका पाई गई है। सत्यापन के बाद 3 जनवरी 2025 को केस संख्या 1/25 दर्ज किया गया, इसके बाद इनके 8 ठिकानों पर छापेमारी की गई ।
आर्थिक अपराधि इकाई ने बताया है कि बेउर जेल के अधीक्षक के सरकारी कार्यालय से मां विंध्यवासिनी ट्रेडिंग छतौनी मोतीहारी का बैंक स्टेटमेंट, उषा इंडस्ट्रीज बसवरिया मोतिहारी का ब्लैंक टैक्स इनवॉइस, अधीक्षक विधु कुमार पर पूर्व के दिनों में लगाए गए आरोपों से संबंधित तीन आवेदन, जिसमें उनके अवैध कार्यों से धन अर्जन का आरोप है। सिम कार्ड और पेन ड्राइव एक-एक मिला है।
इसके अलावा विधु कुमार के सरकारी आवास से 54 लाख रुपए का सोना चांदी के जेवरात एवं बर्तन, विभिन्न आभूषण क्रय से संबंधित रसीद , एक रजिस्टर जिसमें आमद खर्च लिखा हुआ है। जिसके जेल के अंदर बंद कैदियों से वसूली गई राशि का हिसाब किताब है। एक स्कॉर्पियो गाड़ी, मोबाइल और पेन ड्राइव एक-एक मिला है।
विधु कुमार के सगुना स्थित घर से लगभग चार लाख रुपए के चांदी के बर्तन, उनकी पत्नी आरची कुमारी का नाम अंकित एक डायरी जिसमें 2021 में सगुना स्थित घर बनाए जाने का हिसाब किताब और एक पेन ड्राइव मिला है। विधु कुमार के बिहटा स्थित घर से जमीन क्रय किए जाने से संबंधित 6 डिड का फोटो कॉपी मिले हैं ।
अधीक्षक विधु कुमार के बेहद खास कक्षपाल प्रफुल्ल कुमार के कमरे से इनके और इनकी पत्नी और शैलजा देवी, गोपाल शरण सिंह स्नेहा भारद्वाज के नाम से संचालित विभिन्न बैंकों के पासबुक, चेक बुक के साथ कई डेबिट क्रेडिट कार्ड मिले हैं। हवाई जहाज का टिकट, उषा इंडस्ट्रीज का टैक्स इनवॉइस, चालान बुक, चार रजिस्टर जिस पर मार्च 2024 से लेकर अप्रैल 2024 का आमद लिखा हुआ है ।
Eou को एक डायरी मिली है, जो 2023 का है। जिसमें कुल 172 पृष्ठ हैं । जेल में बंद कैदियों से प्राप्त अवैध राशि तथा विभिन्न व्यक्तियों के साथ नीरज कुमार सिंह आदि का नाम भी शामिल है, जिसमें लाखों रुपए दिए जाने का उल्लेख है। इस डायरी में करोड़ों की राशि की अवैध लेनदेन का हिसाब अंकित किया गया है । विभिन्न कंपनियों के आठ मोबाइल फोन एक पेन ड्राइव और लाखों रुपए का टीवी एक एवं अन्य सामान मिला है ।
आर गार्डन स्थित विधु कुमार के किराए के फ्लैट से लाखों रुपए का फ्रिज, टीवी एवं अन्य घरेलू सामान, मोतिहारी के पटौरा स्थित मित्र नीरज सिंह के घर से बजरंग ट्रेडिंग से संबंधित टैक्स इनवॉइस एवं विभिन्न बैंकों के स्टेटमेंट, उषा इंडस्ट्रीज से संबंधित टैक्स इनवॉइस एवं विभिन्न बैंकों के स्टेटमेंट, विभिन्न कंपनियों की कुल 13 महंगी SUV गाड़ियां,इसके अलावे CA कमल मस्कारा के कार्यालय से विधु कुमार, आरची कुमारी, शैलजा देवी, गोपाल शरण सिंह का विभिन्न वर्षों का ITR के पेपर, सभी के विभिन्न बैंक खातों का स्टेटमेंट, शैलजा देवी एवं गोपाल शरण सिंह के नाम से जमीन क्रय का 5 डीड का छाया प्रति मिला है । आर्थिक अपराध इकाई ने बताया है कि अब तक मिले तथ्यों से स्पष्ट है कि विधु कुमार के खिलाफ दर्ज किए गए DA केस जो 146 फीसदी है,धनार्जन का प्रतिशत में और भी इजाफा होने की संभावना है।
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