भागलपुर : समानांतर पुल और विक्रमशिला सेतु के ट्रैफिक प्रेशर को काबू में रखने के लिए संपर्क पथ (एप्रोच रोड) 6 लेन का होगा। इसको लेकर जिला प्रशासन ने मंत्रालय को पत्र भेजा है। अभी प्राक्कलन में फोरलेन का ही प्रस्ताव था और इसी हिसाब से टेंडर भी फाइनल हुआ था। अब यदि प्रशासन के प्रस्ताव पर मंत्रालय से मंजूरी मिल गई तो नये सिरे से छह लेन के लिए स्थल का चयन किया जाएगा। साथ ही समानांतर पुल का निर्माण लागत खर्च बढ़ जाएगा।
पहले 4 लेन एप्रोच के हिसाब से 15.6 मीटर थी प्रस्तावित
अभियंताओं ने बताया कि 6 लेन एनएच रोड के लिए सड़क की चौड़ाई 22.8 मीटर होनी चाहिए। अभी विक्रमशिला सेतु के लिए ही एप्रोच रोड है। जो 7.30 मीटर है। पहले 4 लेन के हिसाब से 15.6 मीटर एप्रोच सड़क बनाई जानी थी। समानांतर पुल का एप्रोच भागलपुर साइड में बरारी टोल के समीप वर्तमान संपर्क पथ से जुड़ेगा। साथ ही नवगछिया साइड में जाह्नवी के पास पुलिस फांड़ी से एप्रोच रोड से जुड़ जाएगा।
4.455 किमी लंबा और 29 मीटर चौड़ा है समानांतर पुल
नव घोषित एनएच 131बी यानी समानांतर पुल की लंबाई 4.455 किलोमीटर और चौड़ाई 29 मीटर है। यानी, किमी 8.920 से किमी 13.375 के बीच बनने वाले इस पुल का अप्रोच गंगा नदी के उत्तर क्षेत्र में नवगछिया की ओर 875 मीटर और दक्षिण में भागलपुर की ओर 987 मीटर होगा।
भू-अर्जन वास्ते बरारी में कुछ मकान पर संकट संभव
अभियंताओं ने बताया कि मंत्रालय से यदि प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो संभव है कि नये सिरे से 6 लेन सड़क निर्माण के लिए कुछ कंस्ट्रक्शन को तोड़ना पड़ेगा। अभी जीरोमाइल चौक के पास पूरब में ड्रेनेज के सटे काफी अतिक्रमण है। एलआईसी रूट में पश्चिम साइड से अतिक्रमण नहीं है। बरारी टोल के पास ही कुछ ऊंची इमारत भी बनी हुई है। संभव है कि भू-अर्जन की जद में ये निर्मित भवन भी आ जाए।
भविष्य में दोनों पुल के चालू होने के बाद ट्रैफिक लोड बढ़ जाएगा। इसलिए एप्रोच रोड को 6 लेन बनाने का प्रस्ताव मंत्रालय को दिया गया है।
– डॉ. नवल किशोर चौधरी, डीएम।