दो हजार किमी दूर बेंगलुरु में शेखपुरा के युवक उपेंद्र पासवान (30) की बीमारी से हुई मौत को लेकर गुरुवार को स्थानीय लोगों ने जिला के हथियावा थाना क्षेत्र के नेमदारगंज मोड़ के पास शेखपुरा-बरबीघा राष्ट्रीय उच्चपथ को जाम कर दिया। मृतक युवक उपेंद्र नेमदारगंज गांव के बाले पासवान के पुत्र थे।
ग्रामीणों द्वारा लगाए जाम से राष्ट्रीय उच्चपथ पर यात्री और माल वाहक वाहनों की लंबी कतार लग गई। बाद में हथियावां थाना की पुलिस ने लोगों को समझाकर तथा मृतक युवक का शव घर तक लाने का आश्वासन देकर सड़क जाम समाप्त कराया। नेमदारगंज मोड़ पर राष्ट्रीय उच्च पथ को जाम करने की एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी घटना है। हथियावां थाना के थानाध्यक्ष ने बताया नेमदारगंज गांव के बाले पासवान के पुत्र उपेंद्र दो महीने पूर्व काम करने के लिए बेंगलुरु गया था।
वहां एक अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अब अस्पताल मृतक का शव नहीं दे रहा है। अनुमान है वहां के प्राइवेट अस्पताल में उपेंद्र के इलाज में हुए खर्चे का पैसा जमा नहीं देने के कारण अस्पताल शव नहीं दे रहा है। परिवार की महिला उर्मिला देवी ने बताया बेंगलुरु की कंपनी जिसमें उपेंद्र काम करता था,उसी ने बीमार होने पर वहां के निजी अस्पताल में उसे भर्ती कराया है।
अस्पताल में इलाज के दौरान उपेंद्र की मौत हो गई तब अस्पताल मृतक का शव नहीं दे रहा है। जिला प्रशासन उपेंद्र का शव घर तक लाने की व्यवस्था करे। अनुमान है निजी अस्पताल में उपेंद्र के इलाज पर हुए खर्च की राशि कंपनी नहीं दे रही है,इसी कारण अस्पताल शव नहीं दे रहा है।