नई दिल्ली: बेंगलुरु के दिल दहला देने वाले महालक्ष्मी मर्डर केस में बुधवार को एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। जिस चौथे व्यक्ति को पुल कातिल समझकर कई शहरों में तलाश कर रही थी, वह अब पुलिस के हाथ आ गया है। लेकिन अफसोस की बात यह है कि पुलिस को वह जिंदा नहीं बल्कि मुर्दा मिला है।
दरअसल जिस मुक्ति रंजन रॉय का पीछा पुलिस कर रही थी, ओडिशा में उसकी लाश एक पेड़ से लटकी मिली है। साथ ही उनका एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें उसने महालक्ष्मी का कत्ल करने की बात कुबूल की है।
पुलिस ने कर ली थी आरोपी की पहचान
महालक्ष्मी हत्याकांड में मुख्य अभियुक्त मुक्ति रंजन रॉय की पहचान तो पुलिस ने सबसे पहले ही कर ली थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी हत्या के बाद से ही फरार चल रहा था। जिसकी तलाश पुलिस ने कई राज्यों में शुरू कर दी थी। अब पुलिस को उसका शव ओडिशा में एक पेड़ से लटका हुआ बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि उसके शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें मुक्ति रंजन रॉय ने हत्या की की बात कुबूल की है।
कुछ दिन पहले बेंगलुरु में एक महिला का शव उसके घर से टुकड़ों में कटा हुआ बरामद हुआ था। महिला का नाम महालक्ष्मी था। उसका शव फ्रीजर से बरामद किया गया था। पुलिस का मानना है कि घटना के मुख्य संदिग्ध, जिसने महालक्ष्मी की हत्या कर उसके शरीर को 59 टुकड़ों में काटा था, ने ओडिशा में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। उसका शव एक पेड़ से लटका हुआ मिला। आरोपी महालक्ष्मी का प्रेमी बताया जा रहा है।
गांव गया हुआ है आरोपी
पुलिस ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मुक्ति रंजन रॉय का शव ओडिशा के भद्रक जिले के धुसुरी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले एक गांव में मिला है। स्थानीय पुलिस ने इलाके में संदिग्ध की तलाश कर रहे बेंगलुरु पुलिस कर्मियों को इसकी सूचना दे दी है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक रॉय मंगलवार को अपने गांव गया था, लेकिन उसके बाद वह घर से निकल गया और उसका शव गांव के बाहरी इलाके में मिला। परिवार ने उसके शव की पहचान कर ली है, जिसे पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।