शहीद जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, लोगों ने नम आंखों से दी विदाई
अरवल जिले के कलेर थाना क्षेत्र के बेलाव गांव में बुधवार को भारतीय थल सेना के जेसीओ नंदकिशोर कुमार का निधन हो जाने पर गांव में शोक की लहर दौड़ गई। 42 वर्षीय नंदकिशोर कुमार की मौत चंडीगढ़ में ड्यूटी के दौरान अचानक बीमार पड़ने के कारण हुई।
बेलाव गांव निवासी स्वर्गीय रामनरेश यादव के पुत्र 42 वर्षीय नंदकिशोर कुमार चंडीगढ़ में जेसीओ के पद तैनात थे। ड्यूटी के दौरान अचानक पेट में दर्द होने के बाद चंडीगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
नंदकिशोर कुमार का पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोग शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचने लगे और भारत माता की जय के नारे लगाने लगे। इस दौरान पूरे गांव में मातम का माहौल हो गया। शहीद को राजकीय सम्मान के साथ बेलाव सोन नदी तट स्थित शमशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। सेना के जवानों ने सशस्त्र सलामी दी और शहीद के बड़े बेटे रोहित कुमार ने मुखाग्नि दी।
शहीद नंदकिशोर कुमार 28 दिसंबर 1996 को थल सेना में भर्ती हुए थे। उनके परिवार में पत्नी, बुजुर्ग मां और दो लड़के और दो लड़कियां हैं। उनके निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। अंतिम संस्कार में थल सेना के सूबेदार मेजर चक्रवर्ती, सूबेदार अजय, रामप्रवेश, हवलदार मनीष, कैप्टन रंजीत, कलेर थानाध्यक्ष, पुलिसकर्मी, भाकपा माले जिला सचिव जितेंद्र यादव, बेलाव पंचायत के पैक्स अध्यक्ष मुलायम यादव सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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