जमुई में गिद्धौर शिव मंदिर में एक BPSC पास टीचर की स्थानीय लोगों ने जबरन शादी करवा दी। जिस लड़की से शादी हुई है उसने BPSC से बहाल टीचर पर प्यार में धोखा देने का आरोप लगाया। लड़की का कहना है कि 2015 से ही दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा था। हर दिन दोनों की लंबी बात होती थी लेकिन जब से बीपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद वह टीचर बना उसे इग्नोर करने लगा। सरकारी शिक्षक बनने के बाद लड़के की नियत बदल गयी। वो अब उससे शादी करने के लिए तैयार नहीं था। वह दूसरी जगह शादी करना चाहता था ताकि ज्यादा दान दहेज मिले।
इस बात की जानकारी जब लड़की वालों को लगी तो सभी ने मिलकर दोनों की शादी करवा दी। इस दौरान लड़का शादी से इनकार करता रहा। वह कहता रहा कि जबरन शादी को हम नहीं मानते हैं। जबरन शादी करायी गयी है इसलिए लड़की को साथ नहीं रखेंगे। इस दौरान घंटों हाई वोल्टेज ड्रामा होता रहा तभी किसी ने इसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
टीचर की पहचान चकाई प्रखंड के बामदह के बेलदारी गांव निवासी सत्यम नारायण वर्मा के बेटे मुकेश कुमार वर्मा और लड़की की पहचान चकाई प्रखंड के केदुआडीह गांव निवासी पूर्णिमा कुमारी उर्फ सपना के रूप में हुइ है। लड़की का कहना था कि हम दोनों एक दूसरे को 2015 से ही पसंद करते हैं बाद में दोनों के घर वालों ने दो वर्ष पूर्व हमारी शादी तय कर दी थी। जिसके बाद से हम दोनों एक दूसरे से बात करने लगे। साथ ही हम दोनों की चकाई बाजार और देवघर में मुलाकात भी हुई। मुकेश ने बीते वर्ष शिक्षक बहाली के लिए बीपीएससी का एग्जाम क्लियर कर लिया और उसका चयन शिक्षक के पद पर हो गया। ट्रेनिंग के बाद पिछले 6 महीने से गिद्धौर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बंनझुलिया में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत है।
पूर्णिमा ने बताया कि शादी लगने के बाद सब कुछ ठीक-ठाक था लेकिन जब से मुकेश शिक्षक बना तब से उसका रवैया मेरे प्रति बदल गया। पिछले कुछ महीनो से ना तो वह मेरे फोन को उठा रहा था ना ही वह उससे कोई जान पहचान रखना चाह रहा था। जिससे उसके घर वाले परेशान हो गये। कई बार गांव में भी पंचायत बुलायी गयी। इस दौरान मुकेश और उसके परिजनों को काफी समझाया गया लेकिन वह बात मानने को तैयार नहीं थे। मुकेश शादी तोड़ने की जिद पर अड़ा था।
पूर्णिमा ने बताया कि बीते दिसंबर माह में उसने गिद्धौर थाने में मुकेश की शिकायत साक्ष्य सहित की थी। हालांकि पुलिस ने किसी प्रकार की कोई मदद नहीं की जिसके बाद मेरे द्वारा अपने घर वालों की मदद से बुधवार की रात्रि गिद्धौर बाजार के दो नंबर रोड में किराए के मकान पर रह रहे मुकेश को बाहर निकाला और ऐतिहासिक पंच शिव मंदिर में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार उससे शादी कर ली। वही टीचर मुकेश का कहना है कि लड़की एक पुरानी फोटो को दिखाकर ब्लैकमेल कर रही थी। टीचर बनते ही मेरे पीछे पड़ गई। पूर्णिमा 2018 का फोटो दिखाकर ब्लैकमेल करती थी। मैं इस शादी से खुश नहीं हूं आप लोग जबरदस्ती शादी कर रहे हो शादी हो भी गई तो मैं इसे नहीं रखूंगा।
इस तरह मुकेश और पूर्णिमा की शादी हुई। दोनों एक दूसरे के हो गये। लेकिन मुकेश इस शादी को गलत बता रहा है। उसका कहना है कि उसकी मर्जी से शादी नहीं हुई है इसलिए वो इस शादी को नहीं मानता है। फिलहाल समाज के बुद्धिजीवी लोग उसे समझाने की कोशिश में जुटे हैं। अब देखना यह होगा कि उनकी बातों का मुकेश पर कितना असर हो पाता है।