पटना: बिहार के राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर अंग्रेजों के भारत छोड़ने को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश शासकों ने सत्याग्रह के कारण भारत नहीं छोड़ा था, बल्कि तब छोड़ा था जब उन्होंने स्थानीय लोगों के हाथों में हथियार देखे और उन्हें एहसास हुआ कि लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। यह बयान आर्लेकर ने गोवा में आनंदिता सिंह द्वारा लिखित पुस्तक पूर्वोत्तर भारत में स्वतंत्रता संग्राम का संक्षिप्त इतिहास के विमोचन के अवसर पर दिया।
राजेंद्र अर्लेकर ने कहा कि अब समय आ गया है कि बिना किसी से डरे इतिहास के बारे में सही परिप्रेक्ष्य सामने लाया जाए। अर्लेकर ने आरोप लगाया कि भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) ने एक कहानी गढ़ी थी कि आप गुलाम बनने के लिए पैदा हुए हैं और तत्कालीन सरकार ने भी इसका समर्थन किया था।
गोवा के रहने वाले अर्लेकर ने कहा कि गोवा की खोज क्या है? यह असल में क्या है? अगर हम इसे सामने लाने की कोशिश करते हैं, तो गोवा में कुछ लोग परेशान हो जाते हैं। उन्हें दर्द होता है। क्या हमें यह नहीं बताना चाहिए कि आपकी जड़ें क्या हैं? कुछ लोग नाराज हो जाते हैं अगर हम उन्हें बताने की कोशिश करें कि आप कहां से हैं, आपकी जड़ें कहां हैं। ऐसा क्यों होना चाहिए? उन्होंने कहा कि हमें किसी से डरे बिना अपनी बात कहनी होगी।