भारत में बहुत से लोग शराब पीते हैं. लोगों की आय के हिसाब से वे अलग-अलग ब्रांड की शराब पीते हैं. ज्यादा पैसे वाले आदमी महंगी शराब चाहते हैं, लेकिन कम पैसे वाले आदमी सस्ती शराब चाहते हैं. हर राज्य में शराब की दरें अलग हैं. क्योंकि राज्य सरकारों ने शराब पर कर लगाया है, जो प्रत्येक राज्य में अलग-अलग है।
अगर राज्यों की शराब की रेट की बात करें तो सबसे कम रेट गोवा में है. गोवा की एक्साइज पॉलिसी अलग होने की वजह से वहां शराब के रेट काफी कम हैं. कितनी कम है रेट?- वैसे तो रेट ब्रांड और एल्कोहॉल के प्रकार पर यह निर्भर करता है कि शराब कितनी सस्ती होगी और रेट कितनी कम होगी. औसत रुप से देखें वहां शराब के रेट 25 फीसदी तक कम है।
अगर उदाहरण के हिसाब से देखें तो कुछ ब्रांड्स की बीयर, जो दिल्ली में 130 रुपये की मिलती है, वो बीयर गोवा में 90-100 रुपये में खरीदी जा सकती है. अब आप समझ सकते हैं कि आखिर गोवा में बीयर कितनी सस्ती मिलती है. बता दें कि गोवा की टैक्स पॉलिसी में एल्कोहोल पर टैक्स काफी कम है, जिस वजह से अन्य राज्यों से कम रेट हैं।
गोवा में लिकर का टेंडर लेना ज्यादा मुश्किल नहीं है, इस वजह से काफी दुकानें हैं और कॉम्पिटिशन की वजह से भी शराब के रेट कम होते हैं. साथ ही गोवा में टूरिज्म की वजह से शराब के रेट कम रखे जाते हैं और वहां उसकी वजह से लोग आकर्षित होते हैं।