जमुई में रह रही पाकिस्तानी महिला नरगिस बानो की नागरिकता अधर में, 28 वर्षों से भारत में कर रहीं निवास

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जमुई।कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के आदेश के बीच बिहार के जमुई जिले के आढ़ा गांव में रह रही नरगिस बानो और उनका परिवार तनाव में है। नरगिस 1996 से भारत में लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) पर रह रही हैं और 2009 से भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है।

नरगिस की कहानी:

  • निकाह: 1998 में मो. गाजी (सरकारी स्कूल शिक्षक) से
  • पृष्ठभूमि: माता-पिता विभाजन के समय पाकिस्तान चले गए थे
  • भारत आगमन: रिश्तेदारों के ज़रिए भारत लौटीं और यहीं बस गईं
  • परिवार: दो बेटे, दो बेटियां (एक बेटी की शादी हो चुकी है)

वर्तमान स्थिति:

  • नागरिकता के लिए दो बार आवेदन (2009 में मैनुअल और 2016 में ऑनलाइन)
  • प्रशासन से सहयोग मिला, लेकिन अभी तक प्रक्रिया पूरी नहीं हुई
  • एसपी मदन कुमार आनंद ने कहा, “नरगिस के पास वैध लॉन्ग टर्म वीजा है, खतरे की कोई बात नहीं। जो भी निर्देश सरकार से मिलेगा, उसका पालन किया जाएगा।”

परिवार की चिंता:
सरकार के ताज़ा आदेशों से गाजी परिवार मानसिक तनाव में है। उनका मानना है कि नरगिस बानो 28 वर्षों से भारत में कानून का पालन करते हुए रह रही हैं, और अब उन्हें नागरिकता मिलनी चाहिए

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