प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राहुल गांधी पर ‘कोरा संविधान’ दिखाने के आरोप पर पलटवार करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री को संविधान कोरा लगता है, क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में इसे कभी पढ़ा ही नहीं है। राहुल गांधी ने आज चुनावी राज्य महाराष्ट्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि मैं जनसभाओं में संविधान दिखाता हूं जो खोखला है।
इस किताब के लिए अपनी जान देने को तैयार- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के नंदुरबार में एक सार्वजनिक सभा में कहा, “संविधान उनके लिए खाली है क्योंकि उन्हें संविधान खाली लगता है क्योंकि उन्होंने इसे अपने जीवन में कभी नहीं पढ़ा है।” प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि संविधान कोरा नहीं है, बल्कि इसमें हजारों वर्षों की सोच और विचार समाहित हैं। राहुल गांधी ने कहा, “उन्हें नहीं पता कि इस किताब में क्या लिखा है, इसलिए वह कहते हैं कि यह खाली है। वह कहते हैं कि राहुल गांधी लाल किताब दिखाते हैं। हमारे लिए यह मायने नहीं रखता कि किताब किस रंग की है, मायने यह रखता है कि इसके अंदर क्या लिखा है। हम इस किताब के लिए अपनी जान देने को तैयार हैं।”
उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री को यह समझाना चाहता हूं कि यह संविधान खोखला नहीं है। यह हजारों वर्षों के विचारों से भरा हुआ है। जब आप इसे खोखला कहते हैं, तो आप बिरसा मुंडा, महात्मा गांधी, अंबेडकर और अन्य का अपमान करते हैं। यह लड़ाई इसे बचाने के लिए है।”
पीएम मोदी का बयान
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस संविधान की जिस “लाल किताब” का बखान कर रही है, उसमें “कुछ भी” नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “फर्जीवाड़ा में कांग्रेस ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। संविधान की जिस लाल किताब का कांग्रेस पार्टी बखान कर रही थी और बांट रही थी, उसमें कुछ भी नहीं था। यह एक खोखली किताब थी। यह कुछ और नहीं बल्कि बाबा साहेब अंबेडकर के प्रति कांग्रेस की उपेक्षा और नफरत का सबूत है। कांग्रेस के इस मूर्खतापूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण राजनीतिक खेल से पूरा देश स्तब्ध है।”
महाराष्ट्र के लिए महाविकास आघाड़ी की गारंटी
कांग्रेस सांसद ने अपनी गारंटी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महालक्ष्मी योजना के तहत हर महीने की पहली तारीख को महिलाओं को सीधे उनके खातों में 3,000 रुपये मिलेंगे। राहुल गांधी ने कहा, “इसके बाद हम महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की सुविधा देंगे। किसानों का तीन लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जाएगा। जब किसान धान, कपास या सोयाबीन बेचेंगे तो हमारी सरकार एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) देगी। हम जाति जनगणना कराएंगे।”