यूपी के रायबरेली से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस का क्रूर और अमानवीय चेहरा दिखाई दिया है। कथित तौर पर लोकल पुलिस ने नौटंकी के दौरान अराजकता फैलाने पर एक शख्स को अपना थूक चाटने के लिए मजबूर किया। पीड़ित की पहचान ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि के तौर पर हुई है। ये जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी।
सामने आया SP का बयान
पुलिस अधीक्षक (रायबरेली) यशवीर सिंह ने कहा कि आरोपों की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा की जा रही है और उनकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। सिंह ने एक बयान में कहा, नसीराबाद के कपूरपुर गांव के प्रधान के प्रतिनिधि सुशील शर्मा ने 30 अक्टूबर को बिना अनुमति के ‘नौटंकी’ कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस दौरान सुशील और उसके साथियों ने शराब के नशे में हंगामा किया और लोगों के साथ बदसलूकी की। इस दौरान आरोपियों द्वारा पुलिस के साथ भी बदसलूकी की गई। जिसके बाद सुशील शर्मा समेत 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
वहीं आरोपी सुशील शर्मा का कहना है कि देर रात गांव में पुलिस पहुंची थी और उससे नौटंकी कार्यक्रम को रोकने के लिए कहा था। जिसके बाद शर्मा और 4 लोगों को हिरासत में लिया गया और उनके साथ पुलिस स्टेशन में मारपीट की गई। इस दौरान शर्मा को अपना थूक चाटने के लिए मजबूर किया गया।
सुशील शर्मा ने ये आरोप भी लगाया है कि नसीराबाद SHO शिवाकांत पांडे ने उनसे 2 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। इस मामले के सामने आने के बाद हंगामा हो गया और राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन ने शनिवार को एसपी से लिखित शिकायत की है और कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि यूपी पुलिस अपनी तेज और ठोस कार्रवाई के लिए जानी जाती है, लेकिन इस तरह की घटना यूपी पुलिस पर सवाल उठा रही