हाउसिंग बोर्ड की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने पहुंची जिला प्रशासन की टीम पर हमला, लोगों ने मजिस्ट्रेट को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा; पुलिस ने किया लाठीचार्ज

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पूर्णिया के हाउसिंग कॉलोनी में अवैघ अतिक्रमण को खाली कराने पहुंचे मजिस्ट्रेट को महिलाओं ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। मीडिया से बात करने के दौरान अतिक्रमणकारियों ने मजिस्ट्रेट पर हमला कर दिया। बाद में पुलिस बल ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर बितर किया। इस दौरान पुलिस और अतिक्रमणकारियों के बीच तीखी झड़प हुई है।

दरअसल, पूर्णिया के के.हाट थाना क्षेत्र अंतर्गत रंगभूमि मैदान के समीप हाउसिंग कॉलोनी में वर्षों से अतिक्रमण कर रह रहे लोगों के घर सरकारी आदेश के बाद के जिला प्रशासन द्वारा मजिस्ट्रेट बहाल कर अतिक्रमण मुक्त कराई जा रही थी। जिसके लिए ज़िला प्रशासन द्वारा मजिस्ट्रेट के तौर पर बहाल हुए अनिल कुमार पर स्थानीय लोगों ने ऑन कैमरा हमला बोल दिया।

देखते ही देखते मजिस्ट्रेट अनिल कुमार के सिर पर लाठियां बरसनी शुरू हो गई। महिलाओं ने लाठी-डंडे और ईंट- पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। मजिस्ट्रेट जैसे तैसे अपना जान बचाकर भागे। पुलिस बल को भी महिलाओं व लोगों खदेड़ दिया। ये मामला चर्चित महादेव टी स्टॉल की है। जिसे अवैध बताते हुए खाली कराने के टीम आई थी।

स्थानीय लोगों का गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा जब अतिक्रमण मुक्त कराने आए मजिस्ट्रेट से बहस जमकर हुई। मजिस्ट्रेट ने घरवालों की एक न सुनी और जेसीबी से तोड़ने का आदेश दे दिया। जेसीबी के सामने महिलाएं खड़ी हो गई और खूब हंगामा किया। महिला पुलिस बल खींच कर हटाती रहीं। दोनों तरफ से तनातनी चलती रही।

लोगों का आरोप है कि वो लोग 30 साल से यहां रह रहे हैं। एक्जीक्यूटिव साहब घूस मांग रहे थे और नहीं दिया तो बोले थे कि घर तोड़वा देंगे। 9 अगस्त की रात में मोबाइल पर नोटिस आया कि 10 अगस्त को घर खाली कर दें, तोड़ा जाएगा। आज जब मैजिस्ट्रेट की अगुवाई में टीम आई तो उनसे मोहलत मांगे कि सामान और घर शिफ्ट करना है लेकिन नहीं माने। इस दरमियान मजिस्ट्रेट के साथ महिलाओं की बहस चलती रही।
मजिस्ट्रेट के साथ जब मीडिया कर्मी बयान लेकर इस मामले की जानकारी ले रहे थे, तभी एक महिला पीछे से आकर बांस से हमला कर दिया। इससे पहले की कुछ समझ आता सब मजिस्ट्रेट पर टूट पड़े। हाथ में लाठी, फट्टा, ईट यहां तक की गोबर से हमला बोल दिया। किसी तरह मजिस्ट्रेट जान बचाकर निकले। इस दौरान पुलिस बल को भी स्थानीय लोगों ने खदेड़ दिया। बाद में किसी तरह से मामले को शांत कराया गया। हमले के बाद मजिस्ट्रेट अनिल कुमार ने कहा कि हम कागज़ से इनका जवाब देंगे।