बॉलीवुड हो या हॉलीवुड कुत्तों की वफादारी पर कई फिल्में अबतक बन चुकी हैं। बॉलीवुड की फिल्म ‘तेरी मेहरबानियां हो’ या फिर हाल ही में आई दक्षिण भारतीय फिल्म ‘Charlie 777’ हो। दोनों ही फिल्मों में कुत्ते की वफादारी को दिखाया गया है। ‘Hachi a dog’s tale’ एक ऐसी ही फिल्म है जो कुत्ते की वफादारी पर बनाई गई है। यह फिल्म वास्तविक घटना के ऊपर आधारित है, जिसकी कहानीं इंटरनेट की दुनिया में ‘Hachiko A Dog’s Story’ के नाम से प्रसिद्ध।
वफादार कुत्ते की कहानी
इस फिल्म में एक कुत्ते की कहानी है। फिल्म में गुम हो चुके छोटे से कुत्ते के बच्चे को एक्टर अपने घर लेकर आता है। लाख दिक्कतों के बावजूद वह कुत्ते को पालता है और एक दिन जब वह अपनी नौकरी पर जाता है तो वहां से लौटकर नहीं आता। क्योंकि वह हार्टअटैक का शिकार हो जाता है और मर जाता है। लेकिन अंतिम बार एक्टर जिस स्टेशन से ट्रेन पकड़ता है, उसी स्टेशन के बाहर रोजाना हाची अपने मालिक को छोड़ने आता था, लेकिन जब मालिक लौटकर नहीं आता तो वह कुत्ता वहीं पर सालों तक इंतजार करता है और अंत में मर जाता है। जापान में यह कहानी काफी चर्चित है।
मृतक मालिक का कर रहा इंतजार
इसी तरह की कहानी भारत में भी देखने को मिली है। केरल के कन्नूर में एक शख्स की मौत हो गई। उसे अस्पताल लाया गया और मरने के बाद शख्स को शवगृह में रख दिया गया। उस दौरान मृतक का कुत्ता भी वहीं मौजूद था। कन्नूर जिला अस्पताल के एक स्टाफ सदस्य विकास कुमार का कहना है कि चार महीने पहले कुत्ते के मालिक को शव का अंतिम संस्कार किया जा चुका है, लेकन कुत्ते को अब भी लगता है कि उसका मालिक अब भी अस्पताल के शवगृह में है। इस कारण कुत्ता आज भी यहां इंतजार कर रहा है।