यहां का डोसा है मशहूर, 23 साल से जलवा बरकरार, ग्राहकों की भीड़ हमेशा लगी रहती है
साउथ इंडियन खाने की बात हो, तो हर किसी के मन में सबसे पहला नाम डोसा और इडली का ही आता है. पनीर डोसा का नाम सुनते ही लोगों के मुंह में पानी आने लग जाता है. फर्रुखाबाद में साउथ इंडियन डिश के बहुत से छोटे और बड़े ठेले, कैफे, और रेस्टोरेंट हैं, जहां आपको डोसा मिलेगा, लेकिन फर्रुखाबाद के आवास विकास साउथ इंडियन फ़ूड शॉप के डोसा की बात ही कुछ और है. इनका सांभर और स्पेशल सब्जी भी स्वाद को बढ़ा देती है. जो यहां पर पहुंचने वाले ज्यादातर लोगों को पसंद आ ही जाता है.
फर्रुखाबाद के आवास विकास मिशन हॉस्पिटल के पास में राहुल की साउथ इडियन फूड की दुकान है. यहां का डोसा काफी प्रसिद्ध है. वहीं यहां के डोसा का स्वाद भी लाजवाब है. इस समय फिलहाल यहां पर लोगों को डोसा की विभिन्न प्रकार की वैरायटी परोस रहे हैं. इसी वजह से ग्राहकों की यहां पर लाइन लगती है. ग्राहकों को खूब पसंद आ रही है. जिसमें पनीर डोसा, मसाला डोसा जैसे कई प्रकार के डोसा यहां पर कुछ ही समय में तैयार हो जाते हैं. डोसा के साथ अरहर की डाल, कद्दू अपने खुद के मसालों से तैयार किए सांभर को दिया जाता है. इसके साथ नारियल व अन्य चीज डालकर तैयार की गई नारियल की चटनी को भी दिया जाता है.
जानें क्या है खासियत
दुकानदार राहुल ने बताया कि यहां पर बनने वाले डोसा में तरह-तरह मसालों का प्रयोग किया जाता है. इन सभी मसालों को घर पर ही तैयार किया जाता है. डोसा के लिए चावल व उड़द दाल का प्रयोग होता है. बाजार से लाकर घर पर उड़द व चावल का आटा तैयार किया जाता है. इडली डोसा बनाने के लिए तेल का प्रयोग किया जाता है. जो इसके स्वाद को बढ़ा देता है. इनका डोसा इतना मशहूर हैं कि इसका मजा लेने दूर-दूर से लोग यहां आते हैं.
23 साल से बना हुआ है स्वाद
दुकानदार राहुल ने बताया कि यहां पर 60 रुपये से लेकर 200 रुपये तक डोसा मिलता है. प्रतिदिन तीन से चार हजार रुपए की आमदनी हो जाती है. वहीं महीने में साठ से सत्तर हजार रुपए की कमाई हो जाती है. कई प्रकार के फ्लेवर डोसा के ऑर्डर पर कुछ ही समय में तैयार होते हैं. यह दुकान 23 साल पुरानी है. समय बदला साल बदला. लेकिन नहीं बदला तो बस इनका स्वाद जो अब तक लगातार बरकरार बना हुआ है.
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