Bhagalpur: परबत्ती बुढ़िया काली मंदिर में मोहर्रम जुलूस के दौरान हुए पथराव के विरोध में असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 5 दिनों से अनशन कर रहे भागलपुर भाजपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष सह विधानसभा प्रत्याशी रोहित पाण्डेय ने आज बुढ़ानाथ मंदिर प्रांगण में मंदिर के पुजारी पंडित ऋषिकेश जी, पीरपैंती विधायक ललन पासवान, मेयर डॉ वसुंधरा लाल, वरिष्ठ भाजपा नेता हरवंश मणि सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश हरि के हाथों जूस पीकर अनशन तोड़ा।
इस दौरान उन्होंने कहा कि भागलपुर की जनता अमन पसंद है,एक सप्ताह के अंदर न्यायिक जांच कर अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम यदि प्रशासन नहीं करती है तो आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन व बिहार सरकार की होगी।
वहीं उन्होंने प्रशासन के व्यवहार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जिला प्रशासन ने आंदोलन के दौरान जो व्यवहार किया है वह बेहद ही अमानवीय, संवेदनहीन व अलोकतांत्रिक था।
मां बुढ़िया काली मंदिर पर पत्थर बरसाने वाले व नवगछिया की बेटी राधिका के आंख फोड़ने वाले को नीतीश कुमार के इशारे पर यहां की प्रशासन गिरफ्तार ना कर उसके विरोध में लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने वाले लोगों के साथ दुर्व्यवहार की और मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार की।वह किसी भी सूरत पर न्याय संगत हो ही नहीं सकता।
बिहार की जनता समझती है की यह नीतीश कुमार की वोटों के ध्रुवीकरण व राजनीतिक तुष्टीकरण का प्रकाष्ठा है।यह संरक्षण नीतीश कुमार किसी संप्रदाय को नहीं दे रहे हैं बल्कि अपराधियों को दे रहे हैं।इस तरह का घटना करने वाला कोई संप्रदाय विशेष का नहीं बल्कि वह अपराधी होता है। जिसका स्थान जेल ही है।
ज्ञात हो कि पिछले 5 दिनों से अनशन कर रहे रोहित पाण्डेय से प्रशासन ने एक बार भी अपराधियों की गिरफ्तारी या इससे जुड़े रणनीति के बारे में कभी चर्चा नहीं किया बल्कि सीधे हर तरीके से आंदोलन को दबाने का प्रयास किया।
वहीं उन्होंने कहा कि प्रशासन अपनी विफलता को छुपाने के लिए रात्रि में लाठियां बरसाई हम सभी को जबरदस्ती उठाकर मुझे अस्पताल में तो हमारे कार्यकर्ताओं को हाजत में बंद की और इस दौरान प्रशासन के कुकृत को कैप्चर कर रहे पत्रकारों पर भी जिला प्रशासन ने लाठियां बरसाई।
इस दौरान उनके साथ जिला अध्यक्ष संतोष कुमार, लोकसभा संयोजक शरद सालारपुरिया, जिला महामंत्री योगेश पांडेय, जिला उपाध्यक्ष रोशन सिंह, डॉ प्रीति शेखर,अंजना प्रकाश,विपुल सिंह, प्रतीक आनंद,अभिनव कुमार,श्वेता सुमन,श्वेता सिंह, कुश पांडे, सुधाकर, नरेंद्र झा, बैधनाथ मंडल, शशि मोदी, विनोद सिन्हा, दीपक शर्मा, जयजित दत्ता,चंदन पांडे,नंदकिशोर हरि, ओम भास्कर, जीवन कुमार, गौरव दास, पंकज गुप्ता,इंदू भूषण झा,माला सिंह, नीतू चौबे, लक्ष्मी साह, जिया गोस्वामी, प्यारे हिंद, मोहित सिंह, रोहित कछवाहा, कुणाल पांडे, राजकमल,रंजीत सिन्हा सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।