सभी सहयोगी दलों के नेता और कार्यकर्ता जुटे थे लेकिन उस वक्त रंग में भंग पड़ गया, जब महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष नाराज होकर धरने पर बैठ गईं. उनके साथ-साथ सहयोगी हम और आरएलएम के जिलाध्यक्ष भी नाराज हो गए.
एलजेपीआर की महिला कार्यकर्ता नाराज: दरअसल जमुई के द्वारिका भवन में ‘होली मिलन समारोह’ का आयोजन किया गया था, जिसे एनडीए की होली बताई गई. गठबंधन के सभी घटक दलों के जिलाध्यक्षों को भी बुलाया गया था. समारोह में जमुई सांसद और चिराग पासवानन के जीजा अरुण भी पहुंचने वाले थे. कार्यक्रम में महिलाएं होली के गीत पर डांस कर रहीं थी और पुरूष ढोल-नगाडे़े और झाल-मंजीरा बजाते हुऐ अबीर-गुलाल लगाते उड़ा रहे थे. इसी बीच महिलाएं नाराज हो गईं.
रंग में पड़ गया भंग: जमुई सांसद अरूण भारती के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचते ही कार्यक्रम स्थल पर मौजूद 20 से अधिक महिला कार्यकर्ताओं की टीम कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलकर जमीन पर धरने पर बैठ गईं. गठबंधन के अन्य दलों के जिलाध्यक्ष भी नाराज होकर बाहर चले गए. इतना ही नहीं जब वे लोग मीडिया में अपनी बात रख रहे थे, तभी लोजपा के नेताओं ने घेर लिया और खींचकर ले जाना शुरू कर दिया.
“जो पुरानी कार्यकर्ता हैं, उनको मान-सम्मान नहीं दिया जाता है. जब भी कार्यक्रम में आते हैं, सामने से हटा दिया जाता है. इससे पुरानी महिला कार्यकर्ता काफी दुखी हैं. हमलोग सिर्फ सम्मान चाहते हैं.”- पिंकी वर्मा, जिलाध्यक्ष, एलजेपीआर महिला प्रकोष्ठ
हम और आरएलएम भी नाराज: दूसरी तरफ आरएलएम जिलाध्यक्ष अरूण मंडल और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जिलाध्यक्ष दिनेश मांझी ने भी शिकायती लहजे में कहा कि ये एनडीए का होली मिलन समारोह नहीं केवल और केवल लोजपा का कार्यक्रम है. हमलोगों को बुलाकर अपमानित किया जाता है. मंच पर जगह नहीं दी जाती है.