वैशाली: वैशाली जिले में राजस्व विभाग के अधिकारियों और जिला प्रशासन के बीच चला टकराव अब विभागीय कार्रवाई के स्तर तक पहुंच चुका है। 26 अक्टूबर 2024 को हाजीपुर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना देने वाली महिला अंचल अधिकारी अंजली कुमारी के खिलाफ अब राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने औपचारिक विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
धरना के बाद बढ़ा विवाद
दरअसल, 26 अक्टूबर को हाजीपुर सदर अंचल की अंचल अधिकारी (CO) अंजली कुमारी ने अन्य राजस्व कर्मचारियों के साथ मिलकर डीएम ऑफिस के सामने धरना दिया था। उन्होंने जिलाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए थे और प्रशासनिक कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे। इस घटना ने जिले में प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी थी।
DM की रिपोर्ट बनी कार्रवाई की आधार
घटना के चार दिन बाद, 30 अक्टूबर 2024 को वैशाली के जिलाधिकारी ने अंजली कुमारी के खिलाफ आरोप-पत्र तैयार कर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को भेजा। रिपोर्ट में धरने को असंवैधानिक और अनुशासनहीन करार दिया गया। साथ ही, अंजली कुमारी पर कई प्रशासनिक कार्यों जैसे दाखिल-खारिज, ई-मापी, एलपीसी, जमाबंदी डिजिटाइजेशन, ऑनलाइन-ऑफलाइन लगान वसूली आदि में लापरवाही बरतने के भी आरोप लगाए गए।
विधि व्यवस्था पर असर डालने का आरोप
DM रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि धरना के दिन अंजली कुमारी भूमि विवाद निपटारे की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं हुईं, जिससे हाजीपुर थाने में प्रस्तावित समाधान बैठक रद्द करनी पड़ी। इसका सीधा असर जिले की विधि व्यवस्था पर पड़ा।
विभागीय कार्रवाई का आदेश
इन आरोपों के आलोक में 2 दिसंबर 2024 को विभाग ने अंजली कुमारी से स्पष्टीकरण मांगा, जिसका जवाब उन्होंने 21 दिसंबर को दिया। समीक्षा के बाद, निदेशक चकबंदी राकेश कुमार ने विभागीय कार्रवाई प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। वैशाली के अपर समाहर्ता को इस जांच का संचालन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है।
अगला कदम: CO को देना होगा पक्ष
अब अंजली कुमारी को जांच के दौरान अपनी बात रखने का अवसर मिलेगा, जैसा संचालन पदाधिकारी निर्धारित करेंगे। यह स्पष्ट है कि इस कार्रवाई से प्रशासनिक पदों पर बैठे अधिकारियों को एक सख्त संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।