अमृत काल का पहला बजट 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को समर्पित बजट है: रोहित पाण्डेय
रोहित पाण्डेय निवर्तमान जिलाध्यक्ष सह निवर्तमान प्रत्याशी भागलपुर विधानसभा ने बताया कि अमृत काल का पहला बजट विकास दर को मेंटेन करते हुए सभी वर्गों को कुछ न कुछ देकर 2047 तक विकसित भारत बनाने की दिशा में एक प्रभावी कदम है।
कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के प्रयास जारी रहेंगे जिसे किसी देश के विकास का इंजिन माना जाता है । उद्योगों को एंजेल टैक्स से मुक्ति , उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ाने, तार्किक आधार पर कई इंसेंटिव स्कीम्स, ईज ऑफ बिजनेस के लिए सुधारात्मक कदम आदि से निवेश में वृद्धि होंगी, रोजगार सृजन और युवा शक्ति के सदुपयोग से भारत की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी।
मध्यम आय समूह के करदाताओं को मिली राहत से सेविंग, कंजम्पशन, निवेश और रोजगार को गति मिलेगी। उद्योगों में युवाओं के इंटर्नशिप प्रोग्राम एक अति सराहनीय कदम है । महिला केंदित विभिन्न योजनाओं से नारी शक्ति का सदुपयोग और सशक्तिकरण होगा । कैंसर उपचार खर्च की कटौती से पीड़ितों को बहुत राहत मिल जाएगी ।
सोना चांदी प्लेटिनम और आयातित आभूषणों पर कस्टम ड्यूटी हटाने, इलेक्ट्रॉनिक समानों, चमड़ा उत्पाद, सिल्क उत्पादों, डायमंड और पेट्रो केमिकल्स की कीमतें कम होने से अर्थव्यवस्था को लाभ होगा । नेचुरल कृषि ,सौर ऊर्जा, रिसर्च, स्किल डेवलेपमेंट आदि पर दिया गया फोकस और अन्य सुधारात्मक कदम से विकसित भारत की लक्ष्य प्रति का मार्ग प्रशस्त करेगा ।
भागलपुर भाजपा जिला प्रवक्ता इंदु भूषण झा ने बताया कि
बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास , टूरिज्म डेवलपमेंट, मिथिलांचल में कोसी की विभीषिका से बचाव के उपाय, सिंचाई की सुविधा, पटना, पूर्णिया, भागलपुर, बक्सर, दरभंगा तथा नालंदा एक्सप्रेस वे और इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनाए जाने का लाभ मिथिला को तो मिलेगा।
अतः संक्षेप में, ये बजट तात्कालिक राजनीतिक लाभ के लिए नहीं बल्कि नए भारत में विकास और विरासत को ध्यान में रखकर एक संतुलित,विकासोन्मुखी, सुधारात्मक और सर्व समावेशी बजट है।
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