मुंगेर विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह को लेकर मुंगेर पहुंचे कुलाधिपति सह राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के पूर्व कुलपति प्रो. राजा राम शुक्ला शामिल हुए। कुलाधिपति के पहुंचते ही सबसे पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। विद्वत शोभा यात्रा के द्वारा कुलाधिपति मुंगेर यूनिवर्सिटी के कुलपति, कुलसचिव एवं अन्य प्रोफेसर मंच पर पहुंचे।
मौके पर कुलपति श्यामा रॉय, कुलसचिव करनाल विजय कुमार ठाकुर के अलावा विश्वविद्यालय के कर्मी प्रोफेसर सहित हजारों की संख्या में दीक्षांत समारोह में स्वर्ण पदक और प्रमाण पत्र लेने वाले सफल छात्र मौजूद थे। जिसमें 769 विद्यार्थी मौजूद थे। जिसमे से 70 गोल्ड मेडलिस्ट को कुलाधिपति ने स्वयं स्वर्ण पदक सौंपा।
एमयू के पहले दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति सह राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने पहला गोल्ड मेडल और प्रमाण पत्र अभिलाषा शांडिल्य जो अकाउंटिंग में एम कॉम में गोल्ड मेडलिस्ट है उसे दिया। इस मौके पर कुलाधिपति ने अपने भाषण में कहा की पूरा विश्व आज भारत की ओर देख रहा है। भारत आज अविकसित देश नही ह । पूरा विश्व आज भारत के प्रयासों की सराहना कर रहा है।
जब प्रधान मंत्री कहते है की वे विकसित भारत का सपना देख रहे तो वे किसकी और देख के कहते है । वे युवा शक्ति की ओर देख कर बोल रहे है। वहीं मेडल और प्रमाण पत्र पाने वाले विद्यार्थियों ने आज अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा की। आज दीक्षांत समारोह में राज्यपाल सह कुलाधिपति के हाथों गोल्ड मेडल और प्रमाण पत्र प्राप्त कर उन्हें काफी खुशी हुई।