शिक्षा देने के सरल अंदाज व स्टाइल के कारण विद्यार्थी उनके फैन हैं। हम बात कर रहे हैं खान सर, आनंद कुमार, विकास दिव्यकीर्ति , आरके श्रीवास्तव व अलख पांडेय जैसे शिक्षकों की।
नए जमाने के इन शिक्षकों में बिहार के खान सर , आनंद कुमार , आरके श्रीवास्तव तो यूपी के अलख पांडेय को कौन नहीं जानता? लिस्ट में प्रसिद्ध शिक्षक विकास दिव्यकीर्ति भी हैं।
और हां, गरीब बच्चों की मेधा तराश कर उन्हें आइआइटी में प्रवेश दिलाने वाले सुपर-30 फेम आनंद सर और ₹1 में पढ़ाकर आर्थिक रुप से गरीब स्टूडेंट्स को इंजीनियर बनाने वाले आरके श्रीवास्तव की चर्चा किए बिना तो लिस्ट अधूरी ही रहेगी।
(1) “आनंद कुमार.”…
गरीब मेधा को तराशते रहे आनंद:
कोचिंग संस्थान ‘सुपर 30’ फेम आनंद कुमार नए जमाने के पहले शिक्षक हैं, जिन्होंने मेधावी गरीब बच्चों को सपने देखने व उन्हें पूरा करने का हौसला दिया।
आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी बच्चों की मेधा को तराश कर उन्होंने उन्हें आइआइटी जैसी कठिन परीक्षा में सफलता दिलाने का कीर्तिमान बनाया है। उनके मार्गदर्शन में आज ठेला पर अंडा व सब्जी बेंचने वालों के बच्चे भी इंजीनियर बन रहे हैं।
(2) ‘ डा. विकास दिव्यकीर्ति:,
डा. विकास दिव्यकीर्ति यूपीएससी सिविल सेवा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के हीरो हैं। ‘दृष्टि आइएएस काेचिंग संस्थान’ के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ती ने 22 साल की उम्र में अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी सिविल सेवा में 384वीं रैंक हासिल की थी।
लेकिन उनका मन अफसरी में नहीं लगा। फिर, उन्होंने शिक्षा दान की राह पकड़ी। उनके पढ़ाने का अंदाज सरल है तथा वे अपने विद्यार्थियों का मनोबल भी बढ़ाते रहते हैं।
(3) “खान सर”,
खान सर के अंदाज के फैन विद्यार्थी:
नए जमाने के वर्चुअल शिक्षकों की चर्चा हो और पटना वाले खान सर का नाम न आए, ऐसा नहीं हो सकता है। खान सर ने कोरोना वायरस संक्रमण के काल में आनलाइन शिक्षा की शुरुआत की।
देखते-देखते उनके यू-ट्यूब चैनल की ख्याति गांव-गांव तक पहुंच गई। कोरोना काल में उनके वीडियो सर्वाधिक देखे गए। उनका ‘खान जीएस रिसर्च सेंटर’ आफलाइन क्लासेस भी चलाता है।
(4) अब बात करते है चर्चित शिक्षक आरके श्रीवास्तव सर के बारे में…
₹1 गुरु दक्षिणा वाले मैथमेटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव काफी लोकप्रिय शिक्षक है।
बिहार के आरके श्रीवास्तव का पढ़ाने, का तरीका दुनियाभर में मशहूर हो रहा है और लोगों की प्रशंसा बटोर रहा है। ₹1 गुरु दक्षिणा लेकर पढ़ाते हैं आरके श्रीवास्तव,
अब तक 540 से अधिक स्टूडेंट्स को बना चुके हैं इंजीनियर,
गूगल पर “मैथमेटिक्स गुरु” सर्च करने पर सबसे टॉप पर आरके श्रीवास्तव का नाम आता है।
सोशल मीडिया पर भी अपने शैक्षणिक कार्यशैली के लिए बिहार राज्य के आरके श्रीवास्तव खूब सुर्खिया इकठ्ठा कर रहे हैं। इनके द्वारा चलाया जा रहा नाइट क्लासेज अभियान देश में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मैथमेटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव को कौन नहीं जानता, सिर्फ एक रुपए की फीस में ये हजारों गरीब बच्चों को मैथ्स की शिक्षा दे रहे हैं। इनका पूरा नाम रजनीकांत श्रीवास्तव है। बेहद ही सरल तरीके से मैथ्स समझाते हैं। कबाड़ से प्रैक्टिकल और जुगाड़ से पढ़ाने का अंदाज छात्रों को खूब पसंद आता है।
आरके श्रीवास्तव मात्र 1 रूपये की फीस लेकर सैंकड़ों छात्रों का भविष्य संवार चुके हैं। गरीबी में अपना बचपन गुजारने वाले आरके श्रीवास्तव सर के पढ़ाए अब तक 540 निर्धन परिवार के स्टूडेंट्स इंजीनियर बन अपने सपनो को पंख लगा चुके है।
आरके श्रीवास्तव छात्रों के बीच गजब लोकप्रिय हैं। गणित जैसे मुश्किल विषय को आसान भाषा में समझाने के उनके तरीके के बच्चे कायल हैं।
IIT प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के बीच एक चर्चित नाम है मैथेमेटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव,
Offline class में जादुई तरीके से Math पढ़ाने के लिए काफी प्रसिद्ध है। इनके math पढ़ाने का तरीका स्टूडेंट्स को खूब पसंद आता है ,
आपको बताते चलें कि मैथमेटिक्स गुरु के नाम से मशहूर बिहार के आरके श्रीवास्तव सिर्फ 1 रुपया गुरु दक्षिणा लेकर सैकड़ों से अधिक आर्थिक रुप से गरीब स्टूडेंट्स को इंजीनियर बनाकर खूब प्रसिद्धि पा चुके हैं । उनके द्वारा किए जा रहे राष्ट्र निर्माण में बेहतर कार्य युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। इसके अलावा उनके द्वारा चलाए जा रहे नाइट क्लासेज अभियान चर्चा का विषय बना हुआ है।
पूरी रात लगातार 12 घंटे स्टूडेंट्स को पूरे कंसंट्रेशन के साथ गणित पढ़ाने की कला अद्भुत है ।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी आरके श्रीवास्तव सर का नाम दर्ज है।
(5) “अब बात करते है अलख पांडे सर के बारे में….
” फिजिक्स वाला अलख पांडेय:
यूपी के प्रयागराज के रहने वाले अलख पांडेय अपना एजुकेशन प्लेटफार्म ‘फिजिक्स वाला’ चलाते हैं। वे यूट्यूब पर वीडियोज शेयर करते हैं। वे जेईई मेन्स व जेईई एडवांस तथा मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराते हैं। इनके संस्था को देश के 101 वें यूनिकॉर्न कंपनी बनने का गौरव प्राप्त है।