फ्रांस में रोकी गई फ्लाइट ने सोमवार (25 दिसंबर) को मुंबई के लिए उड़ान भर ली. मुंबई के लिए उड़ान भरी फ्लाइट को शुक्रवार (22 दिसंबर) को मानव तस्करी के संदेह में पेरिस के पास हवाई अड्डे पर रोका गया था. इस विमान में 303 यात्री सवार थे, इसमें ज्यादातर भारतीय हैं.
भारत सरकार ने मामले को लेकर फ्रांस का शुक्रिया अदा किया है. फ्रांस में मौजूद भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ”फ्रेंच सरकार और वैट्री एयरपोर्ट का जल्द से जल्द स्थिति का समाधान निकालने के लिए धन्यवाद.” दूतावास ने आगे कहा कि सुरक्षित वापसी के लिए हम साइट पर मौजूद रहे.
लीजेंड एअरलाइंस ने क्या कहा?
रोमानियाई एअरलाइन लीजेंड एअरलाइंस की वकील मी लिलियाना बकायोको ने कहा कि विमान को किराए पर लेने वाली एक साझेदार कंपनी प्रत्येक यात्री के पहचान दस्तावेजों को सत्यापित करने के लिए जिम्मेदार थी, और उड़ान से 48 घंटे पहले यात्रियों की पासपोर्ट जानकारी एअरलाइन को भेजी थी. बता दें कि फ्रांस में मानव तस्करी के लिए 20 साल तक की सजा का प्रावधान है.
मामला क्या है?
फ्रांसीसी अधिकारियों ने रोमानियाई कंपनी ‘लीजेंड एअरलाइंस’ के संचालित ए340 विमान को रविवार (24 दिसंबर) को अपनी यात्रा फिर से शुरू करने की अनुमति दी थी.
संयुक्त अरब अमीरात के दुबई से 303 यात्रियों को लेकर निकारागुआ जा रही फ्लाइट को मानव तस्करी के शक में शुक्रवार (22 दिसंबर) को पेरिस से 150 किमी पूर्व में स्थित वैट्री हवाई अड्डे पर रोक लिया गया था.