महिला दारोगा को फोन करके रात में कमरे पर बुलाता था रंगीन मिजाज SHO, हुआ सस्पेंड
उत्तर प्रदेश के आगरा में रंगीन मिजाज थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। ट्रेनी महिला दारोगा की शिकायत के बाद कार्रवाई की गई है। महिला दारोगा ने थाना प्रभारी पर कई गंभीर आरोप लगाए थे, जोकि जांच में सही पाए गए। आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के आगरा में महिला दारोगा को रात में फोन करके कमरे में बुलाने वाला थाना प्रभारी निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा सब इंस्पेक्टर पर भी गाज गिरी है। आगे की जांच की जिम्मेदारी एसपी एत्मादपुर को दी गई है। एत्माद्दौला थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार मिश्र पर ट्रेनी महिला दारोगा ने गंभीर आरोप लगाए थे।
आगरा कमिश्नर को लिखे पत्र में महिला दारोगा ने कहा था कि थाना प्रभारी उस पर बदनीयत रखता है। उसको होली के दिन जबरन थाने में बैठाए रखा था और फिर उसको अचानक पकड़ लिया। यही नहीं उसको किस करने लगा। विरोध करने पर बोला कि अगर तूने किसी से कुछ कहा, तो रपट लगा दूंगा। ट्रेनी महिला दारोगा ने कहा कि नई नौकरी है, छूट जाएगी, इसलिए बर्दाश्त कर लिया, लेकिन थाना प्रभारी की अश्लील हरकतें बंद नहीं हुईं।
20 जून को रात 12 बजे फोन करके थाना प्रभारी ने कहा कि बहुत गर्मी है, मेरे कमरे में एसी लगा है। यहां आकर सो जाओ। मना करने पर उसको थाने से हटाने और बदनाम करने तक की धमकी दी। कमिश्नर को लिखे पत्र में महिला दारोगा ने कहा कि थाना प्रभारी उसको थाने में ही कमरा दिलाना चाहता था, लेकिन जब उसने बाहर कमरा ले लिया तो उसके खिलाफ रपट लगा दी।
थानेदार शादी नहीं होने देना चाहता है, अपने साथ रखने के लिए दबाव बनाता है। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि ट्रेनी महिला दारोगा की शिकायत पर थाना प्रभारी (SHO) दुर्गेश कुमार मिश्र और सब इंस्पेक्टर अमित प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है। जांच में दोनों को दोषी पाया गया है। इस पूरे मामले की बारीकी सी जांच कराई जा रही है। थाना प्रभारी निरीक्षक के खिलाफ महिला दारोगा की शिकायत को पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड़ ने गंभीरता से लिया है।
उन्होंने एसीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्मा को जांच सौंपी है। सोमवार को एसीपी अपनी रिपोर्ट पेश करेंगी। इस मामले में पुलिस कमिश्नर ने दोषी पाए जाने पर दंडित करने के आदेश भी दिए। हो सकता है कि थाना प्रभारी पर केस भी दर्ज हो जाए। थानेदार इससे पहले बुलंदशहर में तैनात थे। तब भी उन पर एक महिला आरक्षी ने गंभीर आरोप लगाए थे। महिला आरक्षी को अपने साथ कमरे में रखने का दवाब बनाया।
उसे कमरे से लेने जाने के लिए उसके मकान पर पहुंच जाते थे। इसके अलावा थाना एत्माद्दौला में ही कुछ दिनों पहले एक महिला से उनकी वॉट्सऐप चैट भी वायरल हुई थी। थानेदार ने उसके कमरे पर आने की इच्छा जताई थी। जिस पर महिला ने मना कर दिया, तो गुस्से वाला इमोजी भेजा था। इसकी शिकायत भी पुलिस के बड़े अधिकारियों पर पहुंची थी, लेकिन अफसरों ने इसे नजरअंदाज कर दिया। मगर थानेदार की रंगीन मिजाजी नहीं सुधरी। और अपनी हरकते जारी रखी।
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