बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से नेशनल सिक्योरिटी एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज की टीम ने राजभवन में मुलाकात की. अध्ययन के लिए बिहार परिभ्रमण पर आए राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय के 16 सदस्यीय अध्ययन दल में भारत के अलावा श्रीलंका, ब्राजील, युगांडा, म्यांमार, नाइजीरिया के सैन्य अधिकारी एवं अन्य लोग शामिल थे. अध्ययन दल ने बिहार परिभ्रमण के अपने अनुभवों को राज्यपाल से साझा किया तो वहीं राज्यपाल ने बिहार की सांस्कृतिक विरासत से लेकर बिहार की उपलब्धियां के बारे में बताया।
बिहार का भविष्य उज्ज्वल: राज्यपाल ने रक्षा महाविद्यालय के अध्ययन दल को बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत का उल्लेख करते हुए कहा कि इस राज्य का भविष्य उज्ज्वल है. यहां के लोग सहृदय और परिश्रमी हैं. छात्र-छात्राएं भी मेधावी हैं. बिहार के विकास के लिए सरकार प्रयत्नशील है. बिहार की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत अत्यन्त समृद्ध है. यहां का वैशाली विश्व में लोकतंत्र की जननी है. बिहार का संबंध भगवान बुद्ध, महावीर, गुरु गोबिन्द सिंह, चाणक्य, चन्द्रगुप्त एवं माता सीता आदि से रहा है. यहां के नालंदा विश्वविद्यालय में पूरी दुनिया से विद्यार्थी अध्ययन के लिए आते थे।
जर्दालु आम, मखाना और लीची काफी प्रसिद्ध: उन्होंने कहा कि सरकार बिहार के विकास के लिए सतत प्रयत्नशील है और शिक्षा, स्वास्थ्य आदि सभी क्षेत्रों में कार्य किये जा रहे हैं. बिहार के विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के प्रावधानों को लागू किया गया है. छात्र-छात्राओं को एनसीसी से भी जोड़ा गया है. यहां के जर्दालु आम, मखाना, लीची आदि की काफी प्रसिद्ध है. बिहार के लोग काफी मिलनसार, सहृदय और परिश्रमी है. यहां के युवा प्रतिभावान हैं और वे सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में बड़ी संख्या में सफल होकर सब जगह अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
यहां के लोग उत्साही और मिलनसार : राज्यपाल ने अध्ययन दल को भारत के संघीय ढांचा के बारे में भी बताया. उन्होंने अध्ययन दल के सदस्यों के जिज्ञासाओं का भी समाधान किया. अध्ययन दल के सदस्यों ने भी बिहार परिभ्रमण के अपने अनुभवों को साझा किया और जीविका, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय आदि की सराहना की. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग काफी ऊर्जावान, उत्साही और मिलनसार हैं. उन्होंने यहां के आतिथि की प्रशंसा की।