जिस खेल की नहीं थी जानकारी उसी के बने ‘बादशाह’…जीते गोल्ड और ब्रांज मेडल
भागलपुर में लगातार बेटियां मेडल ला रही है. हाल ही में विदेश से मेडल लाकर बेटी ने जिले का नाम रोशन किया था. अब जिले के बच्चों ने ‘थांग टा मार्शल आर्ट’ में कुल 6 पदक हासिल की है. वहीं एक ही प्रखंड के 4 बच्चों ने स्वर्ण व कांस्य पदक जीता है. भागलपुर के शाहकुंड प्रखंड के बेलथु गांव के दो बच्ची व दो बच्चों ने यह पदक हासिल की है. जिसमें आयुष कुमार कांस्य पदक, सागर कुमार गोल्ड मेडल, साजन कुमार गोल्ड मेडल, जागृति कुमारी गोल्ड मेडल, मुस्कान कुमारी कांस्य पदक व करनेला कुमारी ने गोल्ड मेडल हासिल की है।
तलवार और ढाल से खेला जाता है यह खेल
जागृति कुमारी ने बताया कि यह मणिपुर का खेल है. यहां खेल पाना मुश्किल था. लेकिन हम लोगों को संतोष सर का साथ मिला. उन्होंने हमलोगों को खेलना सिखाया. आज से दो वर्ष पूर्व इस खेल का नाम तक पता नहीं था. लेकिन सर ने हम लोगों को बताया. इस खेल का पहले नियम बताया. फिर खेलना सिखाया. यह खेल तलवार व ढाल से खेला जाता है. इसमें सबसे अधिक बार जो मारता है उसको अधिक पॉइंट मिलता है. एक ही जगह वार करने से कम पॉइंट मिलता है. अलग अलग जगहों पर वार करने से अधिक पॉइंट मिलता है. इसे असली तलवार से नहीं खेला जाता है।
पहले राजा महाराजा खेलते थे यह खेल
वहीं नवगछिया प्रखंड के खिलाड़ी साजन ने बताया कि यह खेल पहले राजा महाराजा इस खेल को खेलते थे. लेकिन अब मणिपुर में यह खेल खेला जाता है. अब धीरे धीरे बिहार में भी इसके खिलाड़ी निकल रहे हैं. जागृति ने बताया कि इस खेल को ओलंपिक तक ले जाने का सपना है. अब जागृति अपना खेल जम्मूकश्मीर में दिखाएगी।
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