पेरिस ओलंपिक के 50 किग्रा कुश्ती के सेमीफाइनल में विनेश फोगाट का सामना क्यूबा की युस्नेलिस गुजमैन लोपेज से हुआ। इस मैच में विनेश फोगाट ने 5-0 से जीत हासिल करके फाइनल में जगह बना ली है। वो फाइनल में जगह बनाने वाले पहली महिला भारतीय रेसलर हैं। फाइनल में जगह बनाने के बाद उन्होंने भारत के लिए सिल्वर मेडल भी पक्का कर दिया है। साक्षी मलिक के बाद वो रेसलिंग में पदक जीतने वाली दूसरी महिला पहलवान भी बन गई हैं। साक्षी मलिक ने कांस्य पदक जीता था।
विनेश फोगाट ने दिखाया दम
विनेश फोगाट ने मैच में पहला अंक हासिल किया था। पहले राउंड में विनेश फोगाट ने क्यूबा की युस्नेलिस गुजमैन लोपेज को कोई भी मौका नहीं दिया। क्यूबा की युस्नेलिस गुजमैन लोपेज लगातार विनेश फोगाट के पैर पर अटैक करने की कोशिश की, लेकिन विनेश फोगाट ने अच्छे से डिफेंस से उन्हें पॉइंट हासिल करने नहीं दिया।इसके बाद विनेश फोगाट ने लगातार दो-दो पॉइंट हासिल करके मैच में 5-0 की बढ़त बना ली थी। मैच के अंत में युस्नेलिस गुजमैन लोपेज ने वापसी करने की कोशिश की, लेकिन विनेश फोगाट ने उन्हें कोई भी मौका नहीं दिया और एकतरफा जीत हासिल की है।
टोक्यों ओलंपिक चैंपियन को दी थी पहले मैच में मात
विनेश फोगाट ने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की ओसाना लिवाच को रोमांचक मुकाबले में 7-5 से शिकस्त दी थी। इसके अलावा पहले मैच में उन्होंने जापान की युई सुसाकी को 3-2 हराया था। चार बार की विश्व चैंपियन सुसाकी ने टोक्यों ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था।
बजरंग पुनिया ने दी बधाई
विनेश के फाइनल में जगह बनाने के बाद बजरंग पुनिया ने उन्हें बधाई देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘विनेश ने इतिहास रच दिया है। विनेश महिला कुश्ती में ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं। आज सब भारतीयों की आंखों में आसूं हैं। ये देश की बेटियां हैं, जिन्होंने हमेशा ही देश की शान बढ़ाई है। जिन लोगों ने हमेशा इन बेटियों की राह में कांटे बिछाए हैं, वे कम से कम इन बेटियों से सबक लेंगे और आगे इन बेटियों के राह में कांटे बीजने से बाज आएंगे।’