बिहार विधान परिषद में आज भ्रष्टाचार का बड़ा मुद्दा उठा. जांच के नाम पर खेल किए जाने को लेकर पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने सरकार को गेर लिया. अंत में सभापति अवधेश नारायण सिंह ने विधानपरिषद की कमेटी से जांच कराने की घोषणा की. तब जाकर सदस्य शांत हुए. मामला कृषि विभाग से जुड़ा है.
सबौर कृषि विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है. आज विधान परिषद में यह मामला उठा. विश्वविद्यालय के कुलपति पर सवाल खड़े किए गए. सवाल उठाया गया कि सबौर कृषि विश्वविद्यालय में नामांकन और नियुक्ति में घोटाला किया गया है. आरक्षण के नियमों की अनदेखी की गई है. राज्य के बाहरी व्यक्ति को आरक्षण का लाभ दिया गया है . जेडीयू विधान पार्षद नीरज कुमार से लेकर गुलाम गौस समेत विपक्ष के भी कई सदस्यों ने अपनी बात रखी.
जेडीयू विधान पार्षद नीरज कुमार ने इस सवाल पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि विभाग खुद स्वीकार कर रहा है कि कई परिवार पत्र प्राप्त हुए हैं. इसकी जांच के लिए विभाग स्तर पर समिति का गठन किया गया है. हम सभापति के माध्यम से मंत्री जी से जानना चाहते हैं, अपने समिति का गठन कर दिया, जांच कब तक होगी? इसकी कोई समय सीमा तय है? सवाल की गंभीरता को भांपते हुए विप के सभापति ने नियम दिया कि पूरे मामले की सदन की कमेटी से जांच कराई जाएगी. इस घोषणा का सभी सदस्यों ने स्वागत किया.