बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की ओर से 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीएससी) के प्रश्न पत्र लीक होने का दावा करने वाले अभ्यर्थियों ने परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर बुधवार को पटना में विरोध-प्रदर्शन किया। वहीं, कुछ अभ्यर्थियों द्वारा बैरिकेड तोड़कर बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने की कोशिश की गई और यातायात बाधित किया गया। इस पर बीपीएससी अभ्यर्थियों को रोकने के लिए पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए RJD नेता मनोज झा ने लाठीचार्ज को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा सरकार को छात्रों की मांग पर विचार करना चाहिए।
RJD नेता मनोज झा ने कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थी मांग क्या रहे हैं वो कोई चांद का टुकड़ा नहीं मांग रहे हैं। सबूत है कि कई जगहों पर 45-50 मिनट लेट से परीक्षा ली गई, लेकिन वक्त पर पेपर ले लिया गया। क्या ये अन्याय नहीं है? क्या इसे गलत ना मानें? वे शांतिपूर्ण तरीके से गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हुए हैं और आप जाकर इस प्रकार लाठीचार्ज कर रहे हैं जैसे वे सरहद पर हैं। वे आपके दुश्मन नहीं हैं।
मनोज झा ने कहा आज के समय अगर आपातकाल जैसे प्रदर्शन होने लगे तो क्या निजाम उसे स्वीकार करेगा? सरकार चला कौन रहा है? क्या भाजपा ने वहां अधिकारियों के माध्यम से कब्जा कर लिया है? सरकार को छात्रों की मांग पर विचार करना चाहिए और इस प्रकार की हरकतों से बाज आना चाहिए।