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इस मूर्तिकार की बनाई हुई भगवान राम की मूर्ति गर्भगृह में होगी स्थापित, महासचिव चंपत राय ने किया खुलासा

ByKumar Aditya

जनवरी 15, 2024
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रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी तो वहीं 16 जनवरी से ने कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। गर्भगृह में लगने वाली मूर्ति का भी चयन हो गया है। श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने आज तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया कि गर्भगृह में मैसूर के रहने वाले अरुण योगिराज के द्वारा बनाई गई मूर्ति स्थापित की जाएगी। इसके साथ ही नए राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की वर्तमान मूर्ति भी रखी जाएगी।

अरुण ने ही केदारनाथ में लगी शंकराचार्य की मूर्ति का निर्माण किया

चंपत राय ने बताया कि अरुण योगी का परिवार पिछले कई पीढ़ियों से देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाता रहा है। अरुण ने ही केदारनाथ में लगी शंकराचार्य की मूर्ति का निर्माण किया है। इसके साथ ही इंडिया गेट के नजदीक लगी सुभाष चंद्र बोस की लगे हुई मूर्ति भी अरुण योगिराज ने ही बनाई है। उन्होंने बताया कि रामलला की मूर्ति का वजह 150 से 200 किलोग्राम के बीच होगा और यह 5 वर्ष के बालक की मूर्ति होगी।

अरुण ने 15-20 दिनों तक अपने परिवारजनों से बात तक नहीं की

चंपत राय ने बताया कि रामलला की मूर्ति बनाने के दौरान मूर्तिकार अरुण ने 15-20 दिनों तक अपने परिवारजनों से बात तक नहीं की। उन्होंने बड़े ही एकाग्र होकर रामलला की मूर्ति का निर्माण किया है। इस मूर्ति की लम्बाई 51 इंच है और यह काले रंग की है। चंपत राय ने बताया कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 12:20 पर शुरू होगा और यह 1 बजे तक सम्पन्न हो जाएगा। इसके बाद पीएम मोदी, सीएम योगी और मोहन भागवत अपने मनोभाव व्यक्त करेंगे। इस कार्यक्रम लगभग 65 से 75 मिनट तक चलेगा। इस अनुष्ठान को 121 आचार्य सम्पन्न कराएंगे।

प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगी

इसके साथ ही चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगी और उस समय गर्भगृह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत और राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही इस कार्यक्रम में देश की सभी  विधायों का परांगत लोगों को इस कार्यक्रम में बुलाया गया है। इसमें राजनीति, अधिकारी, न्यायपालिका, वैज्ञानिक, खिलाड़ी, संगीतकार, संत-महात्मा, कारसेवा के दौरान अपने प्राण न्योछावर करने वालों के परिवारजन और तमाम जन इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।