दिल्ली के सरकारी अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ यौन उत्पीड़न का मामला एक बार फिर तूल पकड़ता जा रहा है। रविवार को आम आदमी पार्टी की महिला विधायकों, पार्षदों और नेताओं ने आप विधायक और विधानसभा की डिप्टी स्पीकर राखी बिड़ला के नेतृत्व में एलजी वीके सक्सेना से मुलाकात की। आम आदमी पार्टी के महिला प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि सरकारी अस्पताल के एमएस के खिलाफ कार्रवाई की जाए, महिला डॉक्टर ने एमएस पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है, यह मामला उच्च स्तरीय कमेटी में भी स्पष्ट हो चुका है। ऐसे में महिला को न्याय मिलना चाहिए।
आप विधायक राखी बिड़ला ने कहा कि यह शर्म की बात है। दिल्ली की चुनी हुई महिला प्रतिनिधि उपराज्यपाल के आवास पर यह बताने आईं कि एलजी शायद कहीं व्यस्त हैं, लेकिन उनकी तरफ से कोई उनसे मिलने नहीं आया। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल महिला विरोधी हैं।
स्वास्थ्य सचिव से मिलने की कोशिश की गई, लेकिन…
उन्होंने दावा किया कि महिला डॉक्टर एमएस पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रही है। पीड़ित महिला ने स्वास्थ्य सचिव से मिलने की कोशिश की, लेकिन उसकी बात नहीं सुनी जा रही है। उसे परेशान किया जा रहा है। उस पीड़ित महिला का तबादला कर दिया गया है। एमएस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
राखी बिड़ला ने कहा- हम गेट पर खड़े रहे, लेकिन कोई नहीं आया
राखी बिड़ला ने कहा कि हम एक प्रतिनिधिमंडल के तौर पर मिलने आए थे. हमसे कोई नहीं मिला. पुलिस बल तैनात था. हम डेढ़ घंटे तक दरवाजे पर खड़े रहे, लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी. इस मामले पर क्या कार्रवाई हो रही है, इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है। हमने सुबह ही एलजी वीके सक्सेना साहब को मेल किया था, एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई, उनकी रिपोर्ट है कि महिला के साथ कुछ गलत हुआ है।
आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर बोला हमला
दरअसल, आम आदमी पार्टी मामले के सामने आने के बाद से ही सरकारी अस्पताल के एमएस के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ी हुई है। पार्टी का कहना है कि मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। एक दिन पहले आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी इस मामले को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा था और उन पर संरक्षण देने का आरोप लगाया था।