बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग वाली याचिका अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि परीक्षा में व्यापक धांधली हुई थी और इसकी जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से एक सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश की अध्यक्षता में कराई जाए।
इसके अलावा, याचिका में प्रदर्शनकारी छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार पटना के डीएम और एसपी के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में शीघ्र सुनवाई का अनुरोध किया है और कोर्ट ने 7 जनवरी, मंगलवार को इस मामले को उचित पीठ के समक्ष सूचीबद्ध करने का आश्वासन दिया है।
दरअसल, बिहार में 70वीं बीपीएससी परीक्षा को लेकर घमासान मचा हुआ है। बीते साल 13 दिसंबर को बिहार के नौ सौ से अधिक परीक्षा केंद्रों पर बीपीएससी की परीक्षा आयोजित की गई थी लेकिन पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर पेपर बांटने में देरी के आरोप को लेकर अभ्यर्थियों ने भारी हंगामा कर दिया था। इस दौरान परीक्षा केंद्र पर तैनात निरीक्षक राम इकबाल सिंह को दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई।
इसके बाद अभ्यर्थियों ने भारी बवाल किया। पेपर लीक होने के भी कथित आरोप लगाए गए। जिसके बाद बीपीएससी ने बापू परीक्षा केंद्र के एग्जाम को रद्द कर दिया। इसके बाद से ही बीपीएससी अभ्यर्थी सड़क पर उतर कर हंगामा कर रहे हैं और पूरी परीक्षा को रद्द कर फिर से एग्जाम आयोजित करने की मांग कर रहे हैं। उधर, आयोग ने बापू परीक्षा केंद्र की रद्द हुए एग्जाम को 4 जनवरी को आयोजित किया है और जल्द ही रिजल्ट जारी करने की बात कही है।