पटना। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वे जातीय जनगणना कराएंगे। वह ऐसा करने के लिए संकल्पित हैं। समाज में जिस वर्ग की जितनी संख्या है उसे हिसाब से उनकी हिस्सेदारी भी तय होनी चाहिए। वे शनिवार को बापू सभागार में संविधान सुरक्षा सम्मेलन के पटना संस्करण को संबोधित कर रहे थे।
गांधी ने कहा कि जातीय जनगणना दरअसल एक्स-रे की तरह है। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। इसके बाद आगे की कार्य योजना बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि जातीय जनगणना बिहार की तरह नहीं होनी चाहिए। यह फेक है और बेवकूफ बनाने वाली गणना थी। श्री गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा की 400 सीट जीतने पर देश का संविधान बदल देने की बात की थी, लेकिन हम और आपलोगों ने उनका रास्ता रोक लिया। अब वे संविधान को सिर से लगाते हैं। हम किसी सूरत में संविधान बदलने नहीं देंगे। यह बुद्ध की आवाज है, हर राज्य के महापुरुषों की आवाज है। इस संविधान में करोड़ों पिछड़े, अतिपिछड़े, दलितों व आदिवासियों का दर्द है। इस संविधान ने उनके दर्द को भले खत्म न किया हो, कम अवश्य किया है।
मोहन भागवत को संविधान पर भरोसा नहीं राहुल
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर संविधान विरोधी होने का आरोप लगाया है। शनिवार को एक दिवसीय बिहार दौरे पर आए राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में कार्यकर्ता सम्मेलन में आरएसएस और भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जनता के साथ मिलकर देशवासियों को संविधान दिया। लेकिन, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत उस संविधान को नहीं मानते हैं।
गर्दनीबाग जाकर धरनार्थियों से मिले राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी एकदिवसीय पटना दौरे के क्रम में बीपीएससी अभ्यर्थियों मिले। सबसे पहले एक होटल में अभ्यर्थियों की बातें सुनीं और उनके आग्रह पर गर्दनीबाग स्थित धरनास्थल पर आंदोलनकारियों से भी मिले। उन्होंने संसद में उनकी बातें रखने का आश्वासन दिया। धरना स्थल पर करीब आधा घंटे तक बातचीत के बाद वे वहां से लालू प्रसाद से मुलाकात के लिए दस सर्कुलर रोड स्थित पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास चले गए।