मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में सरकारी शिक्षकों की संख्या अब 5.80 लाख हो गई है। सभी शिक्षक अच्छे से बच्चों को पढ़ाएं और उनका विकास करें। शिक्षा मंत्री शिक्षण कार्य पर निरंतर निगरानी रखें। मुख्यमंत्री शनिवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद में नवनियुक्त विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने नवनियुक्त शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए उनसे बेहतर ढंग से अपनी जिम्मेवारियों के निर्वहन की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी बच्चे मन लगाकर पढ़ें। बच्चों को पढ़ाई में किसी प्रकार की बाधा नहीं हो, इसका सबलोग विशेष ध्यान रखें।
शनिवार को दूसरे चरण की सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण 59 हजार 28 विशिष्ट शिक्षिकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इसके अंतर्गत 55 हजार 845 प्रारंभिक शिक्षक, 2532 माध्यमिक शिक्षक और 651 उच्च माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने नीलम कुमारी, रुस्तम अली, नीलू राय, अच्युत कुमार तथा दीपक कुमार तिवारी को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमलोगों को काम करने का मौका मिला तो शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरी के लिए कई कदम उठाए गए। शिक्षकों की अत्यधिक कमी होने के कारण वर्ष 2006-07 से पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से 3.68 लाख नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति की गई। वर्ष 2023 के बाद से सरकारी शिक्षकों की बहाली के लिए बीपीएससी द्वारा परीक्षा ली गई, जिसमें 28 हजार नियोजित शिक्षक भी परीक्षा उत्तीर्ण कर सरकारी शिक्षक बने।
सीएम ने कहा कि हमने तय किया कि नियोजित शिक्षकों के लिए अलग से परीक्षा ली जायेगी और उन्हें इसके लिए 5 अवसर दिये जायेंगे। 187818 नियोजित शिक्षक प्रथम चरण की सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण हुए तथा 66143 नियोजित शिक्षक दूसरे चरण की सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं। आज यहां 100 विशिष्ट शिक्षकों जबकि शेष को जिलों में नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है। दो सक्षमता परीक्षा में कुल 253961 नियोजित शिक्षक उत्तीर्ण हुए जिनकी सरकारी शिक्षक के रूप में बहाली हो गई है। अब मात्र 86 हजार नियोजित शिक्षक बचे हुए हैं जो परीक्षा उत्तीर्ण कर जल्द ही सरकारी शिक्षक बन जाएंगे।