प्रधानाचार्य सब्जी लाने गए थे, स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं थे, नजारा देख एस सिद्धार्थ हुए आग बबूला

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प्रतिदिन प्रदेश के 10 विद्यालयों में वीडियो कॉल कर रहे हैं. विद्यालय के शिक्षक, प्रधानाचार्य अथवा टोला सेवक में से किसी के भी मोबाइल नंबर पर वीडियो कॉल कर दे रहे हैं. इसी कड़ी में लगातार तीसरे दिन उन्होंने 10 विद्यालयों में वीडियो कॉल किया और मधुबनी के एक स्कूल की हालत देखकर भड़क गए.

बोरे पर बैठकर पढ़ाई करते बच्चे : दरअसल, एस सिद्धार्थ ने आज शनिवार को मधुबनी जिले के एक मुसहरी क्षेत्र के स्कूल में वीडियो कॉल किया. उन्होंने विद्यालय के टोला सेवक राजबिंद राम को फोन किया और स्कूल दिखाने को कहा. पता चला कि विद्यालय में दो ही कक्षा हैं और बच्चे अभी भी बोरे पर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं.

विद्यालय से गायब मिले सभी 6 शिक्षक : जानकारी ली तो पता चला कि अभी भी जिला शिक्षा कार्यालय से विद्यालय में बेंच और डेस्क उपलब्ध नहीं हुआ है. यह स्थिति जानकर एस सिद्धार्थ काफी नाराज हुए और विद्यालय में शिक्षकों की उपस्थिति दिखाने को कहा. पता चला कि विद्यालय में 6 शिक्षक कार्यरत हैं और एक ही शिक्षक विद्यालय में नहीं है.

टोला सेवक के भरोसे स्कूल चला देख भड़के : टोला सेवक के भरोसे स्कूल चलता देख डॉ एस सिद्धार्थ काफी नाराज हुए. टोला सेवक से पूछा कि बाकी शिक्षक कहां है तो टोला सेवक ने बताया कि शिक्षक बायोमेट्रिक में जिला गए हुए हैं. सफल शिक्षक अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम जिला में चल रहा है और उसी ड्यूटी में है.

स्कूल में एक भी शिक्षक की मौजूदगी नहीं :प्रधानाचार्य के बारे में पूछा गया तो पता चला कि प्रधानाचार्य सब्जी लाने बाजार गए हुए हैं. उन्होंने नाराजगी प्रकट किया कि विद्यालय से सभी शिक्षक एक साथ कैसे स्कूल अवधि के दौरान गायब हो जाएंगे. अगर ड्यूटी भी जिला में लगी है तो विद्यालय के सभी शिक्षकों की नहीं लगी होगी, प्रधानाचार्य भी स्कूल अवधि में टोला सेवक के भरोसे स्कूल छोड़कर सब्जी खरीदने क्यों चले गए.

बच्चों की कम उपस्थिति पर भी चौंकें : इसी बीच टोला सेवक से एस सिद्धार्थ ने दोनों कक्षा में बच्चों की उपस्थिति दिखाने को कहा. देखा कि एक कक्षा में लगभग 15 बच्चे और दूसरे कक्ष में 22 से 25 की संख्या में बच्चे हैं. उन्होंने पूछा कि बाकी बच्चे कहां है और कितने बच्चों का नामांकन है तो पता चला 136 बच्चों का नामांकन है. ऐसे में नामांकन के बावजूद बच्चे विद्यालय में क्यों नहीं आ रहे हैं इस पर टोला सेवक से सवाल पूछा. विद्यालय की हालत पर नाराजगी प्रकट की और कहा कि निरीक्षण के लिए जिला से अधिकारी को भेज रहा हूं.

वीडियो कॉल से कर रहे निरीक्षण : बता दें कि, शिक्षा विभाग के उपर मुख्य सचिव डॉक्टर एस सिद्धार्थ अपने आधिकारिक नंबर से वीडियो कॉल करके स्कूल दिखाने को कह रहे हैं. इसके माध्यम से वह स्कूल का निरीक्षण कर रहे हैं कि शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति क्या है. इसके साथ ही वह विद्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर का भी निरीक्षण कर रहे हैं.