उत्तर बिहार से गुजारने वाली लखनदेई सहित अन्य नदियों में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण और दरभंगा के कुछ इलाकों में बाढ़ पीड़ितों की समस्या यथावत बनी हुई है। वहीं कोसी नदी के जलस्तर में शनिवार को एक बार फिर बढ़ोतरी का रुख देखा गया। कई जगह लोग अभी भी तटबंध पर शरण लिए हुए हैं जबकि कुछ इलाकों में आवागन के लिए नाव ही एकमात्र सहारा है।
सीतामढ़ी में करीब आधा दर्जन जगहों पर बागमती नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर था वहीं दोपहर बाद इसमें गिरावट देखी गई। सुबह ढेंग, सोनाखान, डुब्बाधार, कटौंझा में बागमती खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी, दोपहर बाद उसमें गिरावट दर्ज की गई। हालांकि शहर होकर गुजरने वाली लखनदेई उफना गई है। शहर के निचले हिस्से में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। दरभंगा जिले में बागमती और अधवारा के जलस्तर में कमी नहीं आने से लोगों की समस्या बरकरार है।
कोसी के तटीय क्षेत्रों में जारी किया गया अलर्ट, लोग सहमे
सुपौल। नेपाल में बारिश की वजह से कोसी नदी के जलस्तर में शनिवार को एक बार फिर बढ़ोतरी का रुख देखा गया। जिला प्रशासन सहित बाढ़ में कार्य कर्मी और पदाधिकारी नदी के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर अलर्ट है।
किशनगंज के गुवाबारी पुल के एप्रोच पर संकट
जिले के दिघलबैंक प्रखंड के गुवाबाड़ी में कनकई नदी के जलस्तर में गिरावट के साथ कटाव की रफ्तार तेज हो गई है। कटाव से पुल का एप्रोच पर ध्वस्त होने का खतरा है। शनिवार को पुल को ग्रामीण इलाकों से जोड़ने वाला कच्चा पहुंच पथ ढह गया।
मंत्री ने सामुदायिक किचन में जांची भोजन की गुणवत्ता
सहरसा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री डॉ दिलीप जायसवाल ने कहा कि एनडीए सरकार बाढ़ पीड़ितों की सेवा और राहत कार्यों के प्रति हर समय तत्पर है। डॉ जायसवाल ने जिले के गंडौल चौक पर बाढ़ पीड़ित परिवारों के लिए संचालित सामुदायिक किचन का निरीक्षण करने के क्रम में यह बात कही। उन्होंने एनडीए सरकार द्वारा चलाए जा रहे बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा किया। मंत्री ने अधिकारियों को पीड़ितों को उच्च गुणवत्ता का भोजन और हरसंभव सहायता के निर्देश दिए।