कटिहार में पिछले 3 दिनों से लगातार तेज आंधी बारिश ने केला की खेती कर रहे किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। कटिहार के समेली प्रखंड के पूर्वी चांदपुर पंचायत के विषनीचक गांव में केला की खेती करने वाले किसानों की फसल बारिश आंधी तूफान में पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। सैकड़ों एकड़ में लगी केले की खेती तबाह और बर्बाद हो गयी है। यह केला किसानों पर किसी कहर से कम नहीं है। केला किसानों को भारी नुकसान हुआ है अब वो नीतीश सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
समेली प्रखंड के केला किसान अवदेश कुमार साह, राजेद्र साह, बिपिन साह, राजेश साह, चिक्कू मंडल, अरविंद साह, दुखन मंडल, जगदीश मंडल, कारो मंडल, जितन मंडल, ओम प्रकाश साह, दीपक साह, सहित मुरादपुर पंचायत के डुमरिया गांव महेंद्र सिंह, निरंजन भगत, मुन्ना सिंह, कामों मंडल सहित अन्य किसानों ने बताया कि गांव में दो दर्जन से अधिक किसानों के द्वारा करीब 100 एकड़ में केले की फसल लगाई गई थी।
बता दें कि 24 सितंबर की रात में आंधी तूफान के कारण केले की फसल ज्यादा बर्बाद हुई है। उसके बाद भी लगातार हो रही आंधी-तूफान और बारिश से केले की खेती नष्ट हो गयी है। केले की पैदावर करने वाले किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। खेत में पड़े केले की फसल को भी किसान नहीं उठा पा रहे हैं। कटिहार के किसान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। कटिहार डीएम से मुआवजा दिये जाने की मांग की है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो आंदोलन करेंगे।