भागलपुर। जगदीशपुर के कनकैथी से मोहदीपुर के 35 वर्षीय यदुनंदन प्रसाद सिंह का शव बुधवार को बरामद किया गया। परिजनों का आरोप है कि खेत से बालू निकालने से मना करने पर बालू माफिया बबलू यादव और सुबालिक ने उसकी हत्या कर दी।
जगदीशपुर थाना क्षेत्र के मोहदीपुर के रहने वाले 35 वर्षीय यदुनंदन प्रसाद सिंह का शव बुधवार की सुबह उसी थाना क्षेत्र में कनकैथी से बरामद किया गया। शव मिलने के बाद परिजनों ने आरोप लगाया है कि खेत से बालू निकालने से मना करने पर बालू माफिया बबलू यादव और सुबालिक ने मिलकर जमीन मालिक की हत्या कर दी। बुधवार की सुबह वही दोनों यदुनंदन को अपने साथ बाइक पर बिठाकर ले गए थे। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराया गया। मृतक की पत्नी निशा देवी ने मायागंज में पति की हत्या को लेकर पुलिस के समक्ष बयान दर्ज कराया है। जगदीशपुर थाना में मामला दर्ज हो गया है। आरोपी बबलू मोहदीपुर का ही रहने वाला है जबकि सुबालिक कजरैली का रहने वाला है।
रात में यदुनंदन के घर पर खाया, सुबह आकर उसे साथ ले गए
मृतक के भाई पंकज ने बताया कि मंगलवार की शाम सुबालिक और बबलू यदुनंदन के घर पर आए थे। वहीं पर सभी ने खाना खाया था। मृतक की पत्नी निशा ने बताया कि रात में खाना खाने के बाद दोनों आरोपी चले गए थे। बुधवार की सुबह फिर से सुवालिक और बबलू उनके घर पर आए। उन्होंने यदुनंदन को बाइक पर बिठाया और साथ लेकर चले गए। सुबह लगभग साढ़े सात बजे सुवालिक ने पंकज को कॉल कर बताया कि आपके छोटे भाई का एक्सीडेंट हो गया है और कजरैली लेकर जा रहे हैं। पंकज का कहना है कि जब वे पहुंचे तो देखा कि सुबालिक उनके भाई को साथ लिए आ रहा था। पंकज के पहुंचते ही सुवालिक मृतक की बाइक से भाग निकला। उसके बाद वापस नहीं लौटा।
पीटकर और करंट लगाकर हत्या का आरोप
परिजनों का कहना है कि यदुनंदन को साथ ले जाने के बाद दोनों आरोपियों ने उसकी पिटाई की। मृतक के शरीर पर कई जगह चोट के निशान दिखे हैं। आशंका जताई जा रही है कि उसे करंट लगाकर मारा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह खुलासा हो सकेगा कि मौत कैसे हुई। मायागंज पहुंचे परिजनों का कहना है कि घटना के बाद से ही दोनों आरोपी फरार हैं। उनका यह भी कहना है कि घटना के पीछे अन्य बालू माफिया का भी हाथ हो सकता है। मृतक के दो छोटे बच्चे हैं।
चार अगस्त को थाने में की थी लिखित शिकायत नहीं हुई कोई कार्रवाई
मृतक यदुनंदन के भाई पंकज ने बताया कि खेत से बालू निकालने से जब बालू माफियाओं को उनके भाई ने मना किया था तो उन लोगों ने धमकी दी थी। घटना चार अगस्त की थी। धमकी दिए जाने के बाद जगदीशपुर थाना में उन्होंने लिखित शिकायत भी की थी। शिकायत करने पर जगदीशपुर थानेदार ने यह कहते हुए मामले को दबा दिया कि वे देख लेंगे क्या मैटर है। उस शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने की वजह से ही बालू माफियाओं का मनोबल बढ़ा और उन्होंने जमीन मालिक की हत्या कर दी।
मृतक के परिजनों के आरोप की जांच कराई जाएगी। खेत से बालू निकालने से मना करने पर बालू माफिया से मिली धमकी को लेकर थाना में शिकायत की गई थी तो उसपर कार्रवाई क्यों नहीं की गई इसकी भी जांच होगी। उचित कार्रवाई की जाएगी। – के रामदास, एसपी सिटी