“नॉन इंटरलॉकिंग” साधन को किसी इंटरलॉकिंग सिस्टम से अलग करने के लिए उपयोग होता है जो विभिन्न रेलवे यातायात सेक्शनों को नियंत्रित करता है। यह सुरक्षा और यातायात को बेहतर ढंग से कंट्रोल करने का एक तरीका हो सकता है। इससे रेलवे सिग्नलिंग और ट्रैक स्विचिंग को समन्वित रूप से कंट्रोल किया जा सकता है।
नॉन इंटरलॉकिंग कार्य को लेकर फरक्का एक्सप्रेस के मार्ग को बदला गया है। लखनऊ मंडल के बाराबंकी-अयोध्या कैंट और जाफराबाद सेक्शन में लाइन के दोहरीकरण को लेकर 14 जनवरी तक यह ट्रेन बदले हुए मार्ग से चलेगी। 13483/84 फरक्का एक्सप्रेस 17, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 26, 27, 28, 29 व 31 दिसंबर और 2, 3, 4, 5, 7, 9, 10, 11, 12 व 14 जनवरी को बदले हुए मार्ग से चलेगी। पूर्व रेलवे के पीआरओ ने बताया कि पं. दीनदयाल उपाध्याय, वाराणसी, जाफराबाद, सुल्तानपुर, लखनऊ के रास्ते 17 दिसंबर से 7 जनवरी तक गुजारा जाएगा। नौ से 14 तक फरक्का को पं.दीनदयाल उपाध्याय, मिर्जापुर, प्रयागराज और कानपुर से गुजारा जाएगा।