सहरसा: पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीपीआई की रैली में विपक्षी एकता को लेकर कांग्रेस की उदासीनता पर चिंता जताई थी. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को इंडिया गठबंधन में अभी रुचि नहीं है, वह 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में व्यस्त है. अब उनके पुराने साथी और पूर्व सांसद आनंद मोहन ने भी माना है कि हाल के दिनों में विपक्षी एकता की मुहिम थम सी गई है. उन्होंने कहा कि ये सही बात है कि कांग्रेस राज्यों के चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन में दिलचस्पी नहीं ले रही है।
‘विपक्षी एकता की मुहिम थमने के लिए कांग्रेस दोषी’:आनंद मोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले एक साल में देश भर में घूम-घूमकर विपक्षी एकता को गति दी है. उनकी वजह से इंडिया गठबंधन बना और तमाम विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर एक मंच पर आए हैं लेकिन सीएम ने विपक्षी एकता की मुहिम को जो ताकत दी थी, उसकी गति में अभी ठहराव आ गया है. पूर्व सांसद ने कहा कि मैं मानता हूं कि गठबंधन की एकता बनाए रखना सबसे बड़े विपक्षी दल की जिम्मेदारी थी लेकिन अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो इसके लिए कांग्रेस दोषी है।
“चिंता की बात ये है कि नीतीश कुमार जी ने जो गति दी थी विपक्षी गठबंधन की मुहिम को देशभर में. वह थम सी गई है. इसकी वजह पता नहीं लेकिन जिम्मेवारी अपोजिशन की सबसे बड़ी पार्टी की थी. अगर वह 5 राज्यों के चुनाव के नतीजे का इंतजार कर रही है तो वह ठीक नहीं. मैं कह सकता हूं कि जिस व्यक्ति ने विपक्षी एकता को इंडिया गठबंधन तक लाया, उसको इग्नोर कर के आगे का रास्ता नहीं तय किया जा सकता है”-आनंद मोहन, पूर्व सांसद
‘नीतीश कुमार को इग्नोर नहीं कर सकते’:पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम का इंतजार कर रही है. उसको लगता है कि अगर रिजल्ट उसके पक्ष में आएगा तो वह लोकसभा चुनाव में अपने लिए फील्डिंग सेट करेगा. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस ऐसा सोच रही है तो मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जिस व्यक्ति ने विपक्षी एकता को इंडिया गठबंधन तक लाया हो, उसको इग्नोर कर के आगे का रास्ता तय नहीं किया जा सकता है।
नीतीश कुमार ने क्या कहा था?:दरअसल, पटना में सीपीआई की ‘भाजपा हटाओ देश बचाओ’ की रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि वह लगातार विपक्षी एकता को मजबूत करने की मुहिम में लगे हैं. बिहार में सभी दल एकजुट भी हैं लेकिन देशभर में इंडिया गठबंधन को लेकर कुछ नहीं हो रहा है. कांग्रेस को अभी कोई रुचि नहीं है. वह 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त है. हालांकि बाद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने फोन कर नीतीश कुमार से गठबंधन पर बातचीत की थी।