बिहार के गोपालगंज में बाढ़ की स्थिति विकराल रूप लेती जा रही है. जिले के मांझा प्रखंड के निमुईया पंचायत स्थित भृगुण राउत के टोला गांव में बाढ़ के कारण एक युवक की बारात नाव पर निकाली गई. वहीं गांव की महिला भी नाव पर सवार होकर बांध पर पहुंची और हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार दूल्हे का परिछावन कर उसे पूर्वी चंपारण के मलाही गांव के लिए विदा कर दिया।
नाव पर निकली बारात: अनोखे अंदाज में संपन्न हुए इस विवाह समारोह की पूरी प्रक्रिया का वीडियो किसी ने अपने कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है. जिसके बाद इस अनोखी बारात का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें साफ देखा जा रहा है कि कैसे दूल्हा और बाराती नाव पर सवार होकर शादी के लिए जाते हैं और फिर बांध पर उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत हुआ।
बाढ़ के कारण शादी में दिक्कत: दरअसल, मांझा प्रखंड के निमुईया पंचायत के भृगुण राउत के टोला निवासी विकास कुमार की शादी पूर्वी चंपारण मलाही निवासी सतेंद्र यादव की बेटी सोनी के साथ तय हुई थी. बाल्मिकी नगर बराज से छोड़े गए 4 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी के कारण जिले के दियारा इलाके में गंडक का पानी पूरी तरह से फैल गया. इस वजह से दियारावासी की परेशानी उत्पन्न हो गई।
रीति-रिवाज से स्वागत के बाद विदाई: वहीं, तय समय पर शादी को लेकर विकास के परिजनों ने नाव का सहारा लिया. घर के पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी शादी के समान लेकर करीब दो किलोमीटर का रास्ता तय कर गौसिया स्थित बांध के किनारे पहुंचे. जहां महिलाओ ने विधि-विधान और हिंदू रितिरिवाज के साथ युवक का परिछावन कर पूर्वी चंपारण के लिए वाहन द्वारा विदा किया गया।
बिन दुल्हन घर लौटा दूल्हा: लड़की के परिजनों ने बाढ़ आने के कारण लड़की की विदाई नहीं की. जिसके बाद युवक बिना पत्नी के ही वापस अपने घर लौट आया. इस अंदाज में हुई शादी से दूल्हा और उनके परिवार के लोग थोड़े मायूस दिखे. हालांकि उनका कहना है कि बाढ़ में हर साल इस इलाके के लोगों को ऐसी ही परेशानियों से गुजरना पड़ता है. जहां तक इस शादी की बात है तो कोई बात नहीं, जलस्तर घटने के बाद दुल्हन को विदाकर अपने घर ले जाऊंगा।