ठंड से लोगों को शुक्रवार को भी राहत नहीं मिली। सुबह से ही ठंड के कारण धूप नहीं हुई थी। दोपहर में धूप हुई, लेकिन उसकी नरमी के कारण लोगों को ठंड से रियायत नहीं मिली। पछुआ हवा चलने के कारण कनकनी से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। शाम के बाद लोगों को अत्यधिक ठंड का एहसास हुआ।
बीएयू के मौसम वैज्ञानिक डॉ. बिरेंद्र कुमार ने कहा कि शुक्रवार को जिले का अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 10.5 रहा। 25-29 जनवरी के मध्य जिले में आसमान प्राय: साफ एवं मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। वैज्ञानिक डॉ. नेहा पारिक ने बताया कि खेतों में कम नमी को देखते हुए सब्जियों की फसल में सिंचाई करनी चाहिए। समय से बोयी गई गेहूं की 40 से 50 दिनों की फसल में दूसरी सिंचाई एवं अगात बोई गेहूं की फसल जो 60 से 65 दिनों की हो गई है, उसमें तीसरी सिंचाई कर सकते हैं।
छह घंटे देर से पहुंची विक्रमशिला
कोहरा के कारण शुक्रवार को ट्रेन संख्या 12367 विक्रमशिला एक्सप्रेस छह घंटा देर से पहुंची। ट्रेन के देर से पहुंचने के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
कोसी में सबसे ठंडा रहा सहरसा, सीमांचल में अररिया
उम्मीद थी कि 20 जनवरी के बाद से ठंड से थोड़ी राहत मिलेगी, लेकिन पिछले दो दिन से मौसम का अलग ही रंग देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को कोसी क्षेत्र के सुपौल, सहरसा और मधेपुरा की बात करें तो सहरसा सबसे ठंडा रहा। सहरसा में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 18.2 डिग्री सेल्सियस रहा। सुपौल में अधिकतम 22 डिग्री और न्यूनतम 11 डिग्री रहा। मधेपुरा में अधिकतम 23 और न्यूनतम 11 डिग्री दर्ज किया गया। सीमांचल के अररिया में अधिकतम 19 डिग्री और न्यूनतम 10 डिग्री दर्ज किया गया।