उत्तर प्रदेश के बागपत में एक कुत्ते की मौत पर पूरे गांव में शोक की लहर है। बिजरोल गांव में कुत्ते की आत्मा की शांति के लिए न सिर्फ शांति यज्ञ कराया गया बल्कि उसकी तेरहवीं के दिन ब्रह्म भोज का भी आयोजन किया गया। पूरे गांव के लाडले टॉमी की मौत से ग्रामीण काफी दुखी हैं।
दरअसल, बिजरोल गांव की गलियों में घूमने वाले टॉमी उर्फ मुन्ना नाम के कुत्ते की मौत पिछले दिनों हो गई थी। वह करीब 12 साल का था। टॉमी पूरे गांव की सुरक्षा करता था और हर किसी का लाडला था। टॉमी की मौत के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और हर कोई दुखी है। टॉमी की आत्मा की शांति के लिए गांव में हवन और ब्रह्मभोज का आयोजन किया गया, जिसमें गांव के सभी लोग शामिल हुए।
ग्रामीण बताते हैं कि टॉमी को जन्म देने के एक दिन बाद ही उसकी मां की मौत हो गई थी। एक दिन के टॉमी को गांव के लोगों ने पाला पोशा और उसकी हिफाजत की। बड़ा होने के साथ ही टॉमी पूरे गांव का लाडला बन गया। उसके जीते जी अपराधियों और बदमाशों की हिम्मत नहीं थी कि गांव में घुस सकें। गांव के लोगों का कहना है कि टॉमी में इतनी खूबियां थीं कि उसे कभी भी भूलाया नहीं जा सकता है।