..तो अंतिम सांस तक CM रह सकते हैं नीतीश कुमार! अनिरुद्धाचार्य जी ने उनके खास मंत्री को दिया ‘जीत का मंत्र’

IMG 4967 jpeg

जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार पिछले 18 सालों से बिहार की सत्ता के शीर्ष पर हैं. बीच के डेढ़ साल (2014-15) को छोड़ दिया जाए तो वह 2005 से लगातार सूबे के मुख्यमंत्री हैं. हाल में ही जनता दल यूनाइटेड की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में 2025 के विधानसभा चुनाव में उनको ही सीएम कैंडिडेट बनाने पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ है. मतलब अगर एनडीए सत्ता में आता है तो वह 2030 तक सीएम रहेंगे.

‘आजीवन सीएम रह सकते हैं नीतीश जी’:कथावाचक अनिरुद्धाचार्य जी महाराज इन दिनों बिहार दौरे पर हैं. समस्तीपुर में उनका कथा-प्रवचन का कार्यक्रम चल रहा है. रविवार को राज्य सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी विजय कुमार चौधरी भी बाबा के दरबार पहुंचे. जहां बाबा ने उनसे अपील करते हुए कहा कि आप मुख्यमंत्री से कहिये कि वह बिहार में गाय को राजमाता का दर्जा दें और सभी बूचड़खानों का पूरी तरह से बंद करवाएं. अगर वह ऐसा करते हैं तो अंतिम सांस तक वह (नीतीश कुमार) सीएम की कुर्सी पर विराजमान रहेंगे.

“आप अपने मुख्यमंत्री जी से कहिये कि बिहार में गाय को राजमाता का दर्जा दें और सभी बूचड़खाना को बंद कराएं. अगर सीएम ऐसा करेंगे तो जब तक सांस रहेगी, वह बिहार के सीएम बने रहेंगे.”- अनिरुद्धाचार्य जी महाराज, कथावाचक

बाबा से मिले मंत्री विजय चौधरी: असल में समस्तीपुर जिले के सरायरंजन प्रखंड के उदयपुर गांव में 5 से 11 अक्टूबर तक अनिरुद्धाचार्य जी महाराज का कार्यक्रम निर्धारित है. इसी कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी पहुंचे थे. यह उनका विधानसभा क्षेत्र भी है. इसी कार्यक्रम के दौरान अनिरुद्धाचार्य जी महाराज ने विजय चौधरी से सीएम को इस कार्यक्रम में आने का न्योता दिया. साथ ही गाय को राजमाता का दर्जा देने और बूचड़खाना बंद करने की अपील की.

बाढ़ नियंत्रण पर भी बाबा ने दी सलाह: इसके अलावे अनिरुद्धाचार्य जी महाराज ने बिहार में बाढ़ से होने वाली तबाही पर भी मंत्री को अपनी राय दी. उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि अगर सरकार बड़ी नदी को छोटी नदी से जोड़ती है तो हर साल होने वाली तबाही पर अंकुश लग सकती है. इस दौरान मंत्री विजय चौधरी ने बाबा को आश्वस्त किया कि वह सीएम तक उनका संदेश पहुंचाएंगे और इस दिशा में निर्णय के बारे में विचार करेंगे.