इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों का चलन तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों की सुविधा के लिए अब पेट्रोल पंप की तरह ही जल्द ही देश में सड़कों या हाईवे के किनारे चार्जिंग स्टेशन नजर आएंगे। इसके लिए केंद्र सरकार तेजी के साथ चार्जिंग स्टेशन बनाने पर काम कर रही है।
देश में अभी 34 हजार चार्जिंग स्टेशन
केंद्रीय उर्जा मंत्री मनाेहर लाल खट्टर ने कहा कि 100 दिनाें में हमने नेशनल इलेक्ट्रिसिटी प्लान तैयार कर लिया है। पंद्रह दिनाें के भीतर इसकी विधिवत घोषणा कर दी जाएगी। उन्हाेंने कहा कि देश काे वर्ष 2030 तक 425 गीगावाट व 2032 तक 458 गीगावाट इलेक्ट्रिसिटी उत्पादन की याेजना है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग के लिए अभी तक देश में 34 हजार चार्जिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जबकि 2030 तक एक लाख चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना है।
पीएम मोदी के तीसरे के कार्यकाल के पहले साै दिन के दौरान कार्य योजना काे लेकर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर साेमवार काे संबोधित कर रहे थे। इसके पहले उन्हाेंने यहां कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया में स्थित नादर्न रीजनल पावर कमेटी (एनआरपीसी) परिसर में पावर ग्रिड साइबर सुरक्षा प्रणाली का उद्घाटन किया।
इस माैके पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि देश की ऊर्जा प्रणाली की सुरक्षा की जरूरत काे ध्यान में रखकर साइबर सुरक्षा प्रणाली अपनाई जा रही है। उन्होंने एम्स में पिछले दिनों हुए साइबर अटैक की एक घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस तरह के खतरे काे टालने के लिए साइबर सिक्योरिटी की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पावर ग्रिड सिस्टम को बचाने के लिए कार्यरत तकनीकी टीम केंद्र ही नहीं राज्यों के पावर ग्रिड पर हमलाें से रक्षा करेगी।