बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इस बार वो सब होगा जो आज तक नहीं हुआ, चाहे AI के जरिए एक-दूसरे पर हमला करना हो या फिर पोस्टर में रचनात्मकता दिखा कर एक-दूसरे के राज उजागर करने हों, कोई भी पार्टी इस बार आक्रामकता का दामन छोड़ने को तैयार नहीं है. जो भी किया जा सकता है वो किया जा रहा.
इसी क्रम में अब राजद कार्यालय और राबड़ी आवास के बाहर भाजपा और जदयू को लेकर पोस्टरें लगाई गई हैं। इन पोस्टर में लिखा गया है, “धृतराष्ट्र की सरकार है कुर्सी कुमार”, “बिहार में अपराधियों की बहार है, क्योंकि 18 साल से सत्ता में एनडीए की सरकार है”, “20 साल वाली खटारा सरकार, अचेत अवस्था में मुख्यमंत्री, निकम्मी बीजेपी-जदयू की सरकार”।
इसके अलावे महिलाओं के खिलाफ हो रहे बिहार में हो रहे जघन्य अपराधों के खिलाफ भी विपक्ष ने अब पोस्टर के जरिए मोर्चा खोल दिया है. इस पोस्टर में यह भी लिखा गया है कि बिहार में नीतीश सरकार के अंदर अब तक 60 हजार हत्याएं एवं 25 हजार बलात्कार हुए हैं. जिसके बाद लोग हैरान हैं.
इन आरोपों के जरिए तेजस्वी यादव व महागठबंधन नीतीश और बीजेपी सरकार को पूरी तरह से घेरने के मूड में दिखाई दे रही है. ज्ञात हो कि हाल के दिनों में प्रदेश में अपराध अपने चरम पर है, होली के दौरान तो इन मामलों में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी देखने को मिली है, हालांकि पुलिस ने जमकर गिरफ्तारियां भी की हैं, इस बात में कोई शक नहीं है.
अब देखना दिलचस्प होगा कि इन सब के बाद बिहार की जनता इस बार के चुनाव में किस ओर रुख करती है, क्या नीतीश कुमार और उनके सहयोगियों को एक बार फिर से मौका मिलेगा या अबकी तेजस्वी यादव के सिर मुख्यमंत्री का ताज सजेगा, सरकार बनाने का दावा तो राजद इस बार कर ही रही है, साथ ही सदन के भीतर भी तमाम विपक्ष के लोग पूरी तरह जोश में दिखाई दे रहे हैं.