बिहार में इसी साल विधानसभा का चुनाव है। इसको लेकर राज्य के अंदर सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारी में लग गई है। इसी कड़ी में बिहार कॉंग्रेस के अंदर पिछले कुछ दिनों में काफी बदलाव हो गया। ऐसे में अब बिहार के कांग्रेस प्रभारी ने एक और बड़ा बयान दिया है। इसके बाद तेजस्वी की टेंशन बढ़ना तय माना जा रहा है।
दरअसल, अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के मीडिया विभाग के चैयरमैन पवन खेड़ा ने बिहार में राजद से गठबंधन के सवाल पर कहा कि समय आने पर इसका निर्णय होगा। चुनाव में अभी 8 महीने का समय बाकी है। इसके बाद अब सियासी हलचल बढ़ना तय माना जा रहा है। इसकी एक वजह यह भी है कि कांग्रेस अब बिहार में बड़ा बदलाव के तरफ अग्रसर हो रही है।
पवन खेड़ा ने बार- बार सवाल पूछे जाने पर भी गठबंधन को लेकर कुछ नहीं कहा। बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावारु और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार की मौजूदगी में पवन खेड़ा ने कहा कि हमें बिहार के स्वास्थ्य की चिंता है। सीएम के स्वास्थ्य की भी चिंता है। भाजपा साजिश कर पता नहीं कौन सी फाइल पर साइन करवा रही है। पार्टी ने विस चुनाव के लिए बिहार बदलो – सरकार बदलो का नारा दिया है।
मालूम हो कि,पहले सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस 70 से एक भी कम सीट पर राजी नहीं हैं। कांग्रेस के कई नेता कह चुके हैं कि बिहार में कांग्रेस A पार्टी के तौर पर चुनावी मैदान में कूदी है। यही नहीं बड़े भाई और छोटे भाई की थ्योरी को भी कांग्रेस ने नकार दिया है। पार्टी का मानना है कि महागठबंधन में कोई बड़ा और छोटा नहीं होता है। हालांकि अब कांग्रेस ये साफ कर चुकी है कि महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे में पार्टी इस बार ज्यादा सीट पर चुनाव लड़ने की के बजाय जीत की अधिक संभावना वाली सीट हासिल करने की कोशिश करेगी। इससे पार्टी ज्यादा से ज्यादा सीट पर जीत हासिल कर सकेगी।