बिहार में चाचा-भतीजे में कुर्सी की जंग छिड़ी है. तेजस्वी की मुश्किलें और बढ़ते जा रही है. बार – बार तेजस्वी से मुख्यमंत्री की कुर्सी दूर छिटक जा रही है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि बिहार में चाचा और भतीजे के बीच सीएम की कुर्सी के लिए जंग छिड़ी हुई है। चाचा कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार नहीं, जब कि भतीजा कुर्सी से हटाने पर अमादा है।
नीतीश ने तेजस्वी के मंसूबों पर फेरा पानी
भाजपा प्रवक्ता ने शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ललन सिंह को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटाकर तेजस्वी यादव के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। सीएम की कुर्सी तेजस्वी से और दूर छिटक गयी है। चाचा ने भतीजे की राह में और कांटे बो दिये हैं. तेजस्वी के अरमां आंसुओं में बह गये। उन्होंने कहा कि तेजस्वी की किस्मत वेटिंग सीएम की है. वे सीएम बनने का सपना भी देख सकते हैं। सपना देखने से किसने रोका है। लेकिन वे ‘सीएम इन वेटिंग’ और उनके चाचा नीतीश कुमार ‘पीएम इन वेटिंग’ के रूप ही हमेशा जाने जाएंगे। ये वेटिंग कभी खत्म नहीं होनेवाली है।
भाजपा नेता प्रभाकर मिश्र ने कहा कि दूसरी तरफ नीतीश कुमार भले ही अपनी पार्टी के अध्यक्ष बन गये हैं, लेकिन इससे जदयू के नेता और कार्यकर्ताओं का असंतोष खत्म नहीं हुआ है। नीतीश कुमार अपनी पार्टी की भगदड़ को रोक नहीं पाएंगे। अभी तो 2024 शुरू होनेवाला है। 2024 लोकसभा चुनाव के पहले ही जदयू का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।