केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। कैबिनेट द्वारा प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने के बाद पीएम मोदी की प्रतिक्रिया आई है।
सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने कैबिनेट मीटिंग में कहा कि ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ लोगों की लंबे समय से मांग रही है। इसे लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए लाया गया है, इसके पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं है।
सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी ने कहा कि ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ का एक महत्वपूर्ण पहलू देश के लोगों को देश की प्रमुख विशेषताओं के बारे में शिक्षित करना होगा। बार-बार चुनाव होने से शासन और सबसे महत्वपूर्ण बात, कानून व्यवस्था पीछे छूट जाती है और यह किसी भी देश के लिए अच्छा नहीं है।”
सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने यह भी कहा कि केवल उस चीज का सम्मान किया गया है, जिसे देश के लोग बहुत लंबे समय से चाहते थे।
इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”कैबिनेट ने एक साथ चुनाव पर उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है, मैं इस प्रयास का नेतृत्व करने और हितधारकों की एक विस्तृत श्रृंखला से परामर्श करने के लिए हमारे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बधाई देता हूं। यह हमारे लोकतंत्र को और भी अधिक जीवंत और सहभागी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ को लेकर एक कमेटी बनाई गई थी। कोविंद समिति का गठन 2 सितंबर 2023 को किया गया था। समिति ने 190 दिनों तक विभिन्न राजनीतिक दलों तथा हितधारकों के साथ मंथन करने के बाद 18,626 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की थी।
इस कमेटी ने 14 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी।