भागलपुर में शुक्रवार को गंगा के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि के साथ बाढ़ के हालात बन गये हैं । 24 घंटे के अंदर भागलपुर में 32 सेमी और कहलगांव में 48 सेमी गंगा का जलस्तर बढ़ा। भागलपुर में गंगा लाल निशान से 52 सेमी ऊपर 34.20 मीटर पर और कहलगांव में 1.09 सेमी ऊपर 32.18 मीटर पर पहुंच गई है।
इधर, पानी बढ़ने से एनएच-80 पर दबाव बढ़ गया। अकबरनगर के भवनाथपुर के पास एनएच-80 पर पानी चढ़ गया है।
बाढ़ का पानी टीएमबीयू परिसर और कई रिहायशी कॉलोनी में घुस गया। विवि परिसर में नाव चलने लगी है। आदमपुर बैंक कॉलोनी की गलियों में पानी आ गया है। भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। सीएमएस स्कूल परिसर में भी पानी बढ़ गया है।
बिहपुर में नरकटिया-नन्हकार जमींदारी तटबंध पर पानी का दबाव बढ़ गया है। दिलदारपुर गांव के बाढ़ पीड़ित दोबारा टीएनबी कॉलेजिएट कैंपस में टेंट-खूंटा गाड़कर रहने लगे हैं, जबकि शंकरपुर बिंदटोली के बाढ़ प्रभावितों ने गोलाघाट दुधिया मंदिर परिसर में पनाह ली है।
इधर, मुंगेर और लखीसराय के नए इलाकों में शुक्रवार को पानी फैल गया है। लखीसराय में 104 विद्यालयों को शुक्रवार से बंद कर दिया गया है। यहां पिपरिया पंचायत में गर्भवती नीतू देवी की इलाज की सुविधा नहीं मिलने से मौत हो गई। खगड़िया में गंगा व गंडक तो कटिहार में गंगा, कोसी, कारी कोसी व बरंडी नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है।